कोरबा में एसईसीएल के खदानों से कोयला लोहा और डीजल चोरी के मामले में एसपी की भूमिका संदिग्ध,संगीन – सौरभ सिंह ,अकलतरा विधायक के केंद्रीय गृहमंत्री को लिखे पत्र से मचा बवाल ,पढ़ें पत्र …….

कोरबा । जिले में कोल इंडिया के खदानों से कोयला, लोहा और डीजल चोरी के संबंध में अकलतरा विधायक सौरभ सिंह द्वारा लिखे पत्र ने खलबली मचा दी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में विधायक ने कोरबा एसपी की भूमिका को संदिग्ध एवं संदेहास्पद बताया है। इस पूरे मामले में उच्च स्तर की एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। वहीं उन्होंने राज्य सरकार पर भी निशाना साधा है।

उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि ”दुर्भाग्य यह है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के कोरबा जिले में पदस्थ पुलिस अक्षीक्षकों की भूमिका संदिग्ध और संदेहास्पद है। इतनी जानकारी पत्रकार जनप्रतिनिधी और आम जनता में है इसके बावजूद भी निष्पक्ष कार्रवाई नहीं करना और राष्ट्र की सम्पत्ति की लूट में मूकदर्शी बने रहना सहभगिता और राज्य सरकार की अत्यधिक राजनीतिक दबाव को दर्शाता है। ऑल इंडिया सर्विसेस के अधिकारियों की इस भूमिका से पूरे छत्तीसगढ़ की जनता स्तब्ध है। उन्होंने पत्र के माध्यम से केंद्रीय गृहमंत्री श्री शाह को अवगत कराया है कि उनका विधानसभा क्षेत्र कोरबा जिले के खदानों से लगा हुआ है पूरे उत्तर छत्तीसगढ़ और विशेषकर कोरबा और जांजगीर चांपा जिले से लगे कोरबा जिले में चोरी के गैंग ग्रामीण और वनांचल का माहौल खराब कर रहे हैं। जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा थाने के अंतर्गत बगडबरी निवासी भोला राम यादव और उसके भाई चेलाराम यादव डीजल चोरी के सरगना है । उनके विरुद्ध बार- बार शिकायत और विधानसभा में मामला उठाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई । जबकि पूर्व आईएएस और भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कोयला चोरी का वीडियो डाला तो उनके ऊपर राज्य सरकार और कोरबा पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्रवाई करने में तनिक भी देर नहीं की गई एफआईआर दर्ज किया गया।

एसपी की भूमिका संगीन- विधायक

विधायक ने स्थानीय पुलिस द्वारा सहयोग ना मिलने का आरोप लगाते हुए पत्र में लिखा है कि ”पूरे प्रकरण में एसईसीएल के कर्मचारियों और तैनात सुरक्षा बलों को खदानों से कोयला, डीजल और लोहा चोरी में स्थानीय पुलिस से कोई मदद नहीं मिल रही है। शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। एफआईआर भी नहीं किया जा रहा हैं। उन्होंने पत्र में लिखा कि ”चोरी के गैंग स्थानीय पुलिस के संरक्षण में अतिसक्रिय है और जिला पुलिस अधीक्षक जो कि एक आईपीएस अधिकारी हैं कि भूमिका भी संगीन हैं।