बागी से सीएम बने शिंदे ,रविवार को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे

मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे बड़े उलटफेर में मुख्यमंत्री बने शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे रविवार को विधानसभा के अपना बहुमत साबित करेंगे। शक्ति परीक्षण के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है।

दो दिवसीय सत्र के दौरान एक तरफ नए सिरे से स्पीकर का चुनाव होगा, जिसके बाद बहुमत साबित करने की बात आएगी। वर्तमान में महाराष्ट्र विधानसभा में स्पीकर नहीं हैं, जिसकी वजह से सारी जिम्मेदारी डिप्टी स्पीकर के पास ही निहित थी, लेकिन नए समीकरण में सत्ता से बाहर होने की वजह से डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को अपना पद गंवाना पड़ सकता है।

आसानी से मिल जाएगा बहुमत

288 सीटों वाले विधानसभा में इस वक्त एक सदस्य के निधन के कारण 287 विधायक हैं।। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 144 सीटों का है। शिवसेना बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे के पास 50 विधायक बताए जा रहे हैं, वहीं शिंदे के साथ सरकार में शामिल भाजपा के 106 विधायक हैं, वहीं 11 अन्य विधायकों का भी समर्थन बताया जा रहा है।वहीं दूसरी ओर शिवसेना के 13, एनसीपी के 53, कांग्रेस के 44, समाजवादी पार्टी के 2 विधायक हैं। इसके अलावा AIMIM के 2, निर्दलीय 2 विधायक हैं। संख्याबल को देखते हुए एकनाथ शिंदे के लिए बहुमत साबित करना मुश्किल नहीं है। लेकिन अब आने वाले दिनों में बड़ी लड़ाई शिवसेना के नाम और सिंबल को लेकर देखने को मिलेगी।

शिंदे मंत्रिमंडल में भाजपा का पलड़ा भारी

बात करें शिंदे मंत्रिमंडल की तो उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अलावा इसमें 36 मंत्रियों को शामिल किए जाने की बात कही जा रही है। इसमें 12 विधायक शिंदे गुट के होंगे तो वहीं दूसरी ओर 24 विधायक भाजपा के होंगे। भाजपा की ओर से जहां प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकाता दादा पाटिल, वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार, गिरीश महाजन, आशीष शेलार, प्रवीण दरेकर, चंद्रशेखर बावनकुले, विजयकुमार देशमुख, गणेश नाईक को जगह मिल सकती है। इनके अलावा राधाकृष्ण विखे पाटिल, संभाजी पाटिल, रवींद्र चव्हाण, डॉ. अशोक उईके, सुरेश खांडे, जयकुमार रावल, अतुल सावे, देवयानी फरांदे, रणधीर सावरकर और माधुरी मिसाल को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। वहीं दूसरी ओर शिंदे गुट से दीपक केसरकर, अब्दुल सत्तार, बच्चू कडू, संजय सिरसाट, संदीपान भुमरे, उदय सामंत, शंभुराज देसाई, गुलाबराव पाटिल, राजेंद्र पाटिल और प्रकाश अंबिटकर को जगह मिल सकती है।