दहेज लोभी सुसराल ,गर्भवती बहू को जलाया ,दो साल के बच्चे को कब्जे में कर बयान बदलवाया,गर्भ का गिरा बच्चा ,अब पूरे ससुराल वालों की हवालात में कटेगी रात

कोरबा । ससुराल में एक गर्भवती बहू को दहेज के लिए जो प्रताड़ना मिली वह किसी हैवानियत से कम नहीं। पहले उसे मिट्टी तेल डालकर जलाया गया, जान बची तो बच्चे का दबाव डालकर बयान बदलवाया और जब अस्पताल से घर लौटी तो उसके जख्मों की ड्रेसिंग तक नहीं कराई गई। उसका दो माह का बच्चा भी गिर गया।

मामला कोरबा जिले के दर्री थाना क्षेत्र अंतर्गत रामनगर स्याहीमुड़ी का है। यहां रहने वाले जागेश्वर राठौर के साथ 3 साल पहले ग्राम सपिया जिला रायगढ़ की रहने वाली ऋतु राठौर का विवाह हुआ। शादी के बाद एक बच्चा है जो 02 साल का है। पीड़िता का आरोप है कि ससुराल वाले आये दिन दहेज के नाम से मारपीट करते हैं। 9 मई को रात्रि लगभग 11 बजे ऋतु को मारपीट कर जलाने के लिए मिट्टी तेल उड़ेल कर आग लगा दिए। पति जागेश्वर राठौर ने मिट्टी तेल छिड़का और आग लगाया। सास विमला बाई राठौर, ससुर पंचराम राठौर, जेठ संतोष राठौर, बड़ी सास कमला बाई राठौर द्वारा भी ऋतु पर हाथ उठाया गया और जलाने में सहयोग किया। लपटों से घिरी ऋतु अपनी जान बचाने के लिये घर से बाहर भागी और बात गली तक पहुंच गई तब मोहल्ले के लोगों ने उसे बिलासपुर के बीटीआरसी हॉस्पिटल में भर्ती कराया। पीड़िता ने बताया कि जब अस्पताल में पुलिस बयान लेने पहुंची तब उसके 2 साल के बच्चे को ससुरालियों द्वारा अपने पास रखकर दबाव डाला गया कि कुछ भी उल्टा-सीधा बयान दोगी तो तुम बच्चे को भी नहीं पाओगी। बच्चे के कारण दबाव में आकर ऋतु ने तेल गर्म करते वक्त जल जाने का बयान दिया। इलाज के बाद ऋतु को घर लाया गया और 10 दिनों तक घाव की ड्रेसिंंग नहीं कराये और घाव पक गया। ऋतु के मायके वालों को इस घटनाक्रम का पता चला तो पिता घनश्याम राठौर ने लाकर इलाज के लिए रायगढ़ हॉस्पिटल में भर्ती कराया। यहां पुलिस को दिए गए बयान में पीड़िता ने बताया कि घटना से पहले उसे आए दिन दहेज के नाम पर मारपीट करते थे। उपरोक्त सभी ने मुझे जलाया जबकि वे जानते थे कि दो माह के गर्भ से हूं। इस पूरे घटना की वजह से बच्चा भी गिर गया है। मामले में दर्री पुलिस ने लिखित शिकायत के आधार पर पति जागेश्वर सहित सास, ससुर, जेठ और बड़ी सास के विरुद्ध धारा 498 ए, 307, 34 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।