एसीबी में प्रशासन की संयुक्त टीम की कार्रवाई तीसरे दिन भी जारी ,6 हजार टन से अधिक कोयला रिजेक्ट मिला,जमीन की जांच पानी पर करोड़ों की रिकवरी !

कोरबा । प्रशासन की संयुक्त टीम के द्वारा कोयला कारोबारियों पर जांच पड़ताल की कार्रवाई की कड़ी में कोरबा जिले के दीपका क्षेत्र में संचालित आर्यन कोल बेनिफिकेशन की दीपका, चाकाबुड़ा और रतिजा कोल वाशरी में दस्तावेजों की छानबीन जारी है। कोयला स्टाक से लेकर वाशरी में उपयोग होने वाले पानी की मात्रा एवं वाशरी स्थापना के लिए आवश्यक जमीन क्रय करने संबंधी जांच-पड़ताल हो रही है। तीनों वाशरी के वे-ब्रिज को सील कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि विभिन्न शिकायतों के मद्देनजर 6 जुलाई को राज्य के कोरबा सहित विभिन्न जिलों में कोल वाशरी, कोल डिपो पर एक साथ जांच-कार्रवाई के लिए खनिज, राजस्व, पर्यावरण और जीएसटी विभाग ने संयुक्त रूप से दबिश दी। दबिश के साथ ही कोयला कारोबारियों में हड़कम्प मचा हुआ है। संयुक्त टीम ने जिले के दीपका में संचालित दीपका, गेवरा, चाकाबुड़ा, रेकी, रतिजा तथा पॉवर प्लांट चाकाबुड़ा 2&135, 2&30, रतिजा पॉवर 50&2 एवं रेकी पॉवर 63 मेगावाट में अधिक मात्रा में कोल स्टाक, पर्यावरण नियमों का उल्लंघन, भूमि संबंधी दस्तावेजों में कमियां, वे-ब्रिज के कैलीब्रेशन में अंतर तथा अन्य कमियों की जांच-पड़ताल आज चौथे दिन भी जारी रखी। 3 वे-ब्रिज को सील कर दिया गया है। सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि जल संसाधन विभाग द्वारा 50 से 65 करोड़ की गड़बड़ी पकड़ी गई है और रिकव्हरी निकाली जाएगी। इसी तरह करीब 6 हजार टन रिजेक्ट कोयला का अवैध स्टाक होना पाया गया है। एसीबी द्वारा जमीन की गलत तरीके से खरीदी-बिक्री के भी प्रमाण मिले हैं जिस पर राजस्व विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह कोयला के तौल में गड़बड़ी की बात भी सामने आ रही है। हालांकि अधिकृत तौर पर कुछ भी कहने से अधिकारी बच रहे हैं लेकिन इतना जरूर कहा है कि सत्यापन का काम चल रहा है जिसमें काफी गड़बड़ियां सामने आई हैं। इस पूरी कार्रवाई से एसीबी प्रबंधन में हड़कम्प मची हुई है।