रायगढ़। शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय की स्थापना एक सत्र का बखूबी संचालन के बाद अब विश्वविद्यालय कैम्पस निर्माण की कवायद शुरू कर दी गई है।इसके लिए 200 एकड़ जमीन प्रशासन से मांगी गई है। दो जगहों के प्रस्ताव भी तैयार किए गए हैं। चिन्हांकित जमीन के चयन सहित अन्य आवश्यक प्रक्रिया पूरी होते से तेजी से इस दिशा में प्रशासन कार्य करेगी।
यहां बताना होगा कि शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय को सरकार ने हरी झंडी देकर रायगढ़ जिले और आसपास के क्षेत्रों में युवाओं को बहुत बड़ी राहत दी थी । सबसे बड़ी मुश्किल विश्वविद्यालय के संचालन के लिए वैकल्पिक भवन की व्यवस्था करना था। पहले केआईटी की बिल्डिंग में ही विश्वविद्यालय का दफ्तर लगाया गया। इसके बाद किरोड़ीमल पॉलिटेक्निक कॉलेज के 8 कमरों में विश्वविद्यालय का संचालन हुआ। अब फिर से यह के आईटी में शिफ्ट हो गया है। अब विश्वविद्यालय के लिए वृहद कैम्पस बनाने का काम शुरू होना है, लेकिन इसके लिए 200 एकड़ जमीन की जरूरत बताई गई है। एक ही जगह पर इतनी जमीन मिलने पर ही विवि से जुड़े सारे निर्माण एक साथ हो सकेंगे।सूत्रों के मुताबिक जिला प्रशासन से चर्चा के बाद दो जगहों के प्रस्ताव बनाए गए हैं। केआईटी के पीछे की जमीनों को भी विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। वहीं चपले के पास भी 200 एकड़ जमीन पर विचार किया जा रहा है। यहां कुछ जमीन वन भूमि भी है। सरकार कम से कम निजी भूमि लेने के हिसाब से ही लोकेशन तलाश रही है। अभी तक किसी भी जमीन को तय नहीं किया जा सका है।
यूटीडी के अलावा कई निर्माण
यूनिवर्सिटी कैम्पस में सभी जरूरी भवनों के अलावा खेल मैदान की भी आवश्यकता होगी। यूटीडी होने के बाद ही विवि का असल महत्व पता चलेगा। फिलहाल संचालन की दृष्टि विवि अलग हो चुका है। रायगढ़ शहर के आसपास ही जमीनों की तलाश की जा रही है ज्यादा दूर होने पर मुश्किल होगी लेकिन आसपास इतनी बड़ी जमीन नहीं मिल पा रही है।