हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । भगवान शिव को समर्पित पावन सावन माह में ज्योतिर्लिंग का दर्शन अमोघ फलदायी होता है। हर शिवभक्त की तमन्ना रहती है सावन माह में ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर अपने जीवन को धन्य बनावें। लेकिन भरी बरसात में भक्तजन यात्रा की योजना नहीं बना पाते । लेकिन ऐसे शिवभक्तों की दर्शन लालसा को साकार कर एक बार फिर श्री त्रिपुर यात्रा सेवा समिति ने दिल जीत लिया । सावन माह में 20 से 30 जुलाई तक 11 दिवसीय यात्रा में विशेष कोच के जरिए 250 भक्तों को सपरिवार 7 ज्योतिर्लिंग का दर्शन कराकर रिकार्ड रच दिया। शानदार व्यवस्थाओं के साथ अविस्मरणीय धार्मिक तीर्थयात्रा में 7 ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर लौटे भक्तों ने यात्रा के सुखद अनुभव साझा करते हुए श्री त्रिपुर यात्रा सेवा समिति को साधुवाद दिया। जल्द ही समिति तीर्थयात्रा के इच्छुक भक्तों के जत्थे को एक और शानदार सुरक्षित अविस्मरणीय धार्मिक यात्रा पर ले जाने तैयारियों में जुट गई है।
विगत 14 वर्षों से हर सीजन में श्रद्धालुओं को तीर्थ यात्रा कराकर छत्तीसगढ़ शासन के हाथों आइकॉन अवार्ड से सम्मानीत हो चुकी श्री त्रिपुर यात्रा सेवा समिति ने अपने तीर्थयात्रा सेवा के कारवां में पावन सावन माह में 20 से 30 जुलाई तक भक्तों को देश के विभिन्न राज्यों में अवस्थित भगवान शिव के 7 ज्योतिर्लिंग की यात्रा कराई। जिसमें मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में नर्मदा तट पर स्थित ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग से यात्रा शुरू की गई है। जो उज्जैन शहर के एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर ,गुजरात के व सभी ज्योर्तिलिंगों में प्रमुख सोमनाथ ,नागेश्वर ,महाराष्ट्र के नासिक ,पुणे क्षेत्र में स्थित भीमाशंकर ,घृणेश्वर का दर्शन कराते हुए त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग पहुंची। इस अविस्मरणीय तीर्थयात्रा में छत्तीसगढ़ ,मध्यप्रदेश एवं बिहार के 25 से 85 वर्ष आयु के 250 शिवभक्त परिवार शामिल हुए व अपने जीवनकाल मे पहली बार 11 दिनों में 7 ज्योतिर्लिंग का दर्शन लाभ प्राप्त कर अपना जीवन धन्य बनाया।
5 मैनजर की टीम ने पूरे यात्रा के दौरान रखा ख्याल
सात ज्योतिर्लिंग की तीर्थयात्रा में स्पेशल कोच में 5 मैनेजरों की टीम पूरे यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखती रही। 8 कुक सुबह शाम श्रद्धालुओं को सुपाच्य नाश्ता परोसते रहे। त्रिपुर यात्रा सेवा समिति की शानदार व्यवस्थाओं के चलते यात्रियों को घर से बाहर घर जैसा खाना मिला। समिति द्वारा ही हर धार्मिक स्थलों में होटल बस की सारी सुविधाएं मुहैया कराई गई।
एलोरा गुफा से लेकर द्वारिका की रुक्मणी मंदिर की परंपरा ने श्रद्धालुओं का मोहा मन
श्रद्धालुओं को पूरे यात्रा के दौरान कुछ खास अनुभव भी मिले। इनमें घृणेश्वर में एलोरा गुफा का शानदार नजारा देखने को मिला। द्वारिका के रुक्मणी मंदिर में भक्तों को पानी पिलाने की अद्भुत परम्परा ,एवं सोमनाथ में त्रिवेणी संगम ने मन मोह लिया । इसके अलावा अहमदाबाद में प्रसिद्ध अक्षरधाम का मंदिर ,माता वैष्णो देवी ,गांधी जी का आश्रम ,टेम्पल काकरिया का दीदार हुआ। इस तरह पूरे तीर्थयात्रा के दौरान आस्था के साथ उल्लास माहौल बना रहा। छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी 28 वर्षीय दुष्यंत साहू शादी के बाद पहली बार सपत्नीक यात्रा में शामिल हुए । यात्रा से लौटने के बाद अपने अनुभव साझा करते हुए श्री साहू ने बताया कि पावन सावन माह में 7 ज्योतिर्लिंग के दर्शन महज एक स्वप्न जैसा था । जिसे श्री त्रिपुर यात्रा सेवा समिति ने अपनी अद्भुत सेवा भावना से तीर्थकराकर साकार कर दिखाया। बिहार के शासकीय अस्पताल के 65 वर्षीय चिकित्सक एस के गुप्ता भी सपत्नीक तीर्थ यात्रा में शामिल होकर अपने जीवन को धन्य बनाया। डॉक्टर गुप्ता ने कहा कि जीवन में पहली बार इतने शानदार सुखद यात्रा का अनुभव हुआ। पूरे यात्रा के दौरान जिस तरह श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखा गया वाकई यादगार लम्हें लगे।