रायगढ़ में रेल रोको आंदोलन में शामिल युकाइयों पर गिर सकती है कार्रवाई की गाज

रायगढ़ । जिले से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के 4 से 5 घण्टे विलंब से पहुंचने से यात्रियों को हो रही परेशानी को लेकर रेल रोको आंदोलन को अंजाम देने वाले युंकाइयों पर जल्द कार्रवाई की गाज गिरेगी। आंदोलन से एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन में हुई विलंब को लेकर रेलवे ने सख्त रूप अपनाया है। रेलवे ने जांच के उपरांत कार्रवाई की बात कही है।

जिले से होकर गुजरने वाली ट्रेनों की चाल पिछले कुछ महीनों से बिगड़ी हुई है। देर रात तक रायपुर से रायगढ़ पहुंचने वाली जन शताब्दी ट्रेन कभी-कभी सुबह आ रही है। वही डाउन लाइन रायगढ़ से अप लाईन रायपुर की ओर जाने वाली ट्रेनें चार-पांच घंटे लेट से प्लेटफॉर्म पर पहुंच रही है। जिससे यात्रीगण परेशान हो रहा है। ट्रेन की लेट-लतीफी को लेकर यात्रियों में आक्रोश है।यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए लगभग एक सप्ताह पूर्व एन एस यू आई के द्वारा रेलवे को ज्ञापन सौंप कर इस अव्यवस्था को सुधार करने की मांग की गई थी। लेकिन रेलवे द्वारा कोई एक्शन नही लेने पर कल दोपहर युवा कांग्रेस के राकेश पाण्डेय व एन एसयूआई के जिला अध्यक्ष आरिफ हुसैन के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने कांग्रेस कार्यालय से रैली निकालकर स्टेशन की और कूच किया।
जहां भारी मात्रा में रेलवे पुलिस व कोतवाली पुलिस मौजूद थी। युवा कार्यकर्ताओ ने जोर आजमाइश के बाद प्लेटफॉर्म के अंदर घुस गए और पटरी पर बैठ गए। लगभग आधे घंटे तक नारेबाजी चली। इसी बीच ट्रेक पर अचानक माल गाड़ी आने लगी,जिसके बाद पुलिस ने बल पूर्वक सबको ट्रैक से उठा लिया। इस रेल रोको आंदोलन के कारण साउथ बिहार एक्सप्रेस को भी बहुत देर तक आउटर में रोक कर रखा गया था।

आधे घंटे का ही था आंदोलन

युथ कांग्रेस का रेल रोको आंदोलन सफल रहा। लेकिन आंदोलन को लेकर पब्लिक नाखुश नजर आई। पब्लिक का कहना है कि युथ कांग्रेस की टीम आई और मिनटों में निकल गई। ऐसे आंदोलन से न तो समस्या का कोई समाधान निकल सकता है और न ही हमारी मांगे पूरी हो सकती। रेल की समस्या से सभी त्रस्त हैं।सोमवार को युथ कांग्रेस रायगढ़ विंग ने रेलवे स्टेशन में दर्जनों की संख्या में आकर रेल रोको आंदोलन का आह्वाहन किया था। युथ कांग्रेसी 12 बजकर 15 मिनट में रायगढ़ प्लेटफार्म में घुसे। अंदर आने के बाद प्लेटफार्म नंबर एक के पटरियों पर कार्यकर्ता उत्तर गए और नारेबाजी करने लगे। 12 बजकर 40 मिनट में कार्यकर्ता पटरी से ऊपर आए और रेलवे के एसीएम(सहायक वाणिज्य प्रबंधक)एस भारतीयन व अन्य अधिकारी से बात की। अफसरों ने हमेशा की तरह रटा-रटाया जवाब दिया। इस तरह 35 मिनट के भीतर ही अंदोलन समाप्त हो गया।

आंदोलनकारियों से ज्यादा फ़ोर्स तैनात

आंदोलन की सूचना पूर्व से मिलने पर रेलवे पुलिस फ़ोर्स सहित जिला बल की फ़ोर्स मौके पर तैनात थी। आरपीएफ से 55, जिला बल से 25 और जीआरपी से 20 जवान मौके पर मौजूद थे। इनकी संख्या आंदोलनकारियों से ज्यादा थी। इसलिए भी भीड़ को संभालने में पुलिस को कोई मशक्कत करनी नहीं पड़ी।

58 अन्य ट्रेनों को रद्द करने का आदेश जारी कर दिया

रेलवे के अफसरों ने जानकारी दी है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर रेल मंडल के राजनांदगाँव-कलमना रेल खंड के बीच में काचेवानी रेलवे स्टेशन को जोडने का कार्य के लिए नॉन इंटरलोकिंग का कार्य किया जाएगा। जिसके फलस्वरूप 29 अगस्त से 06 सितम्बर, 2022 तक गाड़ियों को रद्द किया गया जा रहा है। रद्द होने वाली गाड़ियों में कुछ लोकल पैसेंजर भी शामिल है। जो अभी तक रायगढ़ में चल रही थी। उल्लेखनीय है कि रेलवे ने पहले से 61 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर रखा है। जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

वर्जन

जांच के उपरांत होगा मामला दर्ज

लगभग 10 मिनट तक रेलवे लाइन पर रेल रोको आंदोलन किया गया। आंदोलनकारियों के विरुद्ध भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। जांच के उपरांत मामला दर्ज किया जा सकता है।

राजेश वर्मा, आरपीएफ टीआई