हसदेव एक्सप्रेस न्यूज रायगढ़ । प्रदेश के सबसे पुराने जिलों में से एक रायगढ़ की कलेक्टर रानु साहू के नेतृत्व में तस्वीर बदलने लगी है।बाढ़ जैसे भीषण प्राकृतिक आपदा में मोर्चे से अगुवाई कर न केवल एक बड़ी आबादी की जिंदगी कलेक्टर ने महफूज की ,वरन रायगढ़ की फिजा को उद्दोगों से निकलने वाले प्रदूषण से बचाए रखने पूरे दमदारी से काम की। गांव एवं शहर के समन्वित विकास को लेकर प्रयासरत रहीं कलेक्टर रानु साहू के बेहतरीन प्रशासनिक व्यवस्था की बदौलत जहां शहर की प्रमुख आवश्यकताओं का आंकलन कर कार्य किया जा रहा वहीं खाद बीज के कालाबाजारी करने वालों पर नकेल कस किसानों की चिंताएं ही दूर कर दी। गुरुवार को पूरे हुए महज 2 माह के अल्पकार्यकाल में रायगढ़ की प्रशासनिक व्यवस्था पूरे प्रदेश के लिए नजीर बन गई है।

जी हां रायगढ़ जिले की कुछ ऐसी तस्वीर पिछले करीब 2 माह से बनी हुई है। 1 जुलाई 2022 को रायगढ़ जिले के 48वें कलेक्टर का पदभार ग्रहण करने के साथ ही साथ आईएएस श्रीमती रानू साहू ने मापदंड एवं अपनी प्राथमिकताएं तय कर दी थी। उन प्राथमिकताओं में जिले के विकास को लेकर जादुई छड़ी से हवाओं में बड़े बड़े इन्सफ्रास्ट्रक्चर खड़े करने के दावे नहीं थे,वरन जिले के अंतिम छोर पर बसे व्यक्तियों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की प्रतिबद्धता थी। कानून व्यवस्था एवं राज्य शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का निचले स्तर तक क्रियान्वयन पहली प्रथमिकता थी। छत्तीसगढ़ की मिट्टी (परिवेश )में पली बढ़ीं मूलतः गरियाबंद की बेटी रानू साहू ने शिक्षा ,स्वास्थ्य एवं स्वरोजगार पर बल देते हुए जिले को विकास की राह पर ले जाने की बात कही थी। जिस पर प्राथमिकता के साथ उन्होंने काम करना शुरू कर दिया है। मिलनसार मुखिया मिलने से जहां जिलेवासी काफी सहजता के साथ अपनी मांग एवं समस्या रख रहे हैं। उसी तर्ज पर कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने प्राथमिकता के साथ जरूरतमंदों के फरियाद का निराकरण कर रायगढ़ को अग्रिम पंक्ति में ला खड़ा किया है।
सांसत में थी बाढ़ की विभीषिका झेलने वाले 29 गांव के हजारों ग्रामीणों की जिंदगी,खुद बोट से मदद पहुंचाने पहुंचीं

इस साल 13 से 15 अगस्त के बीच 72 घण्टे तक हुई झमाझम बारिश से गंगरेल एवं हीराकुंड बांध का जलस्तर बढ़ने से महानदी में पानी छोंडे जाने के बाद उससे लगे जिलों के तटीय इलाकों में बाढ़ आ गई थी। रायगढ़ जिले के भी सरिया पुसौर सारंगढ़ के 29 गांव बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हुए थे। जलभराव से इन गांव की गलियों में बोट चलने लगा था। विकट हालातों में मोर्चे से अगुवाई करने वालीं कलेक्टर रानु साहू ने यहां भी मोर्चे से अगुवाई कर पुलिस एवं निगम के राहत दल के अधिकारियों के साथ स्वयं बोट से जलमग्न गांव पहुँचकर पानी में उतरकर हालातों का जायजा लिया। प्रभावितों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर ले जाने किए जा रहे रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने एवं अपनी निगरानी में भोजन दवाई सहित अन्य आवश्यक मदद पहुंचावाई । यही नहीं आपदा थमने के बाद संभावित खतरों से निपटने कैलो डेम का निरीक्षण कर चक्रपथ की ऊंचाई बढाने रेलवे के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने निगम आयुक्त को निर्देश दिए।
हाईकोर्ट की अवमानना पर जिंदल को लगाई फटकार ,उद्योगों को पहुंचाई बिजली
कलेक्टर रानु साहू नियमों की अवहेलना करने वाले बड़े उद्योग घरानों को भी नियमों का पाठ पढ़ाया। हाईकोर्ट के आदेशों की अवमानना करने वाले जिंदल को फटकार लगाते हुए उद्योगों को बिजली प्रदान करने के निर्देश दिए। यही नहीं उन्होंने सीवरेज व वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर एसटीपी से निकले पानी का कामर्शियल उपयोग करने प्लान बनाने के निर्देश दिए।
लचर स्वास्थ्य व्यवस्था पर निजी अस्पतालों पर कसी नकेल ,अशर्फी देवी अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ दर्ज हुआ एफआईआर

स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति बेहद फिक्रमंद कलेक्टर रानु साहू अशर्फी देवी अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था ,मरीजों से लूट व मनमानी पर जमकर बिफरीं। उन्होंने अस्पताल में सीसीटीवी कैमरा लगवाने सहित जबरदस्ती पर्ची छीनने वालों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। यही नहीं डायरिया प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं स्वास्थ्य महकमे को एक्शन मोड़ पर काम करने निर्देशित किया । जिसका आशातीत परिणाम मिला।
रोजगार को लेकर रहीं सजग ,जनदर्शन में ही सौंप दिया नियुक्ति पत्र ,गौठान समूहों ने भी किया कमाल

छत्तीसगढ़ की बेटी एवं छत्तीसगढ़ की परिवेश में पली बढ़ीं कलेक्टर रानु साहू बेरोजगारी के दर्द से वाकिफ हैं। यही वजह है रोजगार के प्रति हमेशा उनका रुझान प्रशासनिक कार्यकाल में दिखता है। रायगढ़ में भी कलेक्टर ने जनदर्शन में रोजगार आई महिला लीला पटेल स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल कोतरा रोड के लिए नियुक्ति पत्र सौंप दी। इस वाक्ये ने पूरे प्रदेश में सुर्खियां बटोरी थी। सभी ने इस पहल को सराहा था। कलेक्टर रानु साहू का हमेशा इस बात पर फोकस रहा है कि लक्षित समूहों को विभागीय योजनाओं का अधिकाधिक लाभ मिले। यही नहीं उनके कुशल नेतृत्व में गौठान समूहों ने पूरे प्रदेश में जिले का मान बढ़ाया।
बीमा योजनाओं के त्वरित क्लेम ,प्राकृतिक आपदा पीड़ित परिवारों को मदद पहुंचाने दिखी संवेदनशीलता
कलेक्टर रानु साहू का फोकस हितग्राहीमूलक योजनाओं पर रहता है। जिसकी झलक महज दो माह में रायगढ़ जिले में दिख गई। उन्होंने न केवल बीमा योजनओं के क्लेम का त्वरित भुगतान में कोताही पर फटकार लगाई,वरन उनके ही नेतृत्व में प्राकृतिक आपदा पीड़ित परिवारों को मदद पहुँचा रायगढ़ ने रिकार्ड रच दिया। एक माह में 37 पीड़ित परिवारों को 1 करोड़ 48 लाख का भुगतान हुआ।
किसानों से कमीशनखोरी करने वाले खाद विक्रेता पर कसी नकेल ,कराया स्टॉक वेरिफिकेशन ,दो दुकान हुए सील

कलेक्टर रानु साहू का छत्तीसगढ़ के किसानों से गहरा लगाव है। यही वजह है वे उनके खून पसीने की मेहनत से उपार्जित धान की फसल लेने के संघर्ष से वाकिफ हैं। उन्होंने खाद की कालाबाजारी करने वालों पर नकेल कसने स्टॉक वेरिफिकेशन कराने संयुक्त टीम गठित की। 48 घण्टे के भीतर ही संयुक्त टीम ने अधिक कीमत पर डीएपी और यूरिया खाद विक्रय करते पाए गए पुसौर के दो खाद दुकान प्रकाश ट्रेडर्स और प्रधान ट्रेडर्स को सील कर दिया। टीम के सदस्य इन दो खाद दुकानों में स्टिंग कर ग्राहक बनकर पहुंचे थे।
बच्चों की भाषाई एवं गणितीय दक्षता निखारने विकासखंड स्तरीय ईजीएल प्रशिक्षण पर फोकस
कलेक्टर रानू साहू ने शिक्षा के क्षेत्र में अपना विजन क्लियर कर दिया है। उन्होंने शिक्षा विभाग को शिक्षा गुणवत्ता सुधारने बेहतर परीक्षाफल देने योजनाबद्ध तरीके से काम करने का निर्देश दिया है। आने वाले समय में वनांचल क्षेत्र सहित कमजोर रिजल्ट वाले हाईस्कूलों में बच्चों के लिए विशेष कोचिंग अभियान शुरु करने की भी प्रतिबद्धता कलेक्टर श्रीमती साहू ने जताई है ताकि रायगढ़ शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतर परिणाम हासिल कर अग्रिम पंक्ति में रहे। यही नहीं बच्चों की भाषाई एवं गणितीय दक्षता निखारने विकासखंड स्तरीय ईजीएल प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में रायगढ़ तमनार व खरसिया के 525 स्कूलों के कक्षा पहली एवं दूसरी के बच्चों को इसका लाभ मिल रहा।
प्रशासनिक व्यवस्था में स्थापित किए अनुकरणीय मापदंड

प्रशासनिक व्यवस्था में भी कलेक्टर रानू साहू ने अलग ही मापदंड स्थापित किए हैं।कार्य एवं वक्त के प्रति पाबंद कलेक्टर रानू साहू ने हर तरह की खामियों ,अनियमितताओं से जुड़ी सूचनाओं खबरों पर स्वतः संज्ञान लेकर जांच कमेटी बैठाई एवं आवश्यक कार्यवाई सुनिश्चित की ।युवा अधिकारियों पर भी रानू साहू भरोसा जता रही हैं,और अधिकारी भी आगे बढ़कर नई जिम्मेदारी का पूरी संजीदगी एवं लगन के साथ निर्वहन कर भरोसे पर खरा उतर रहे हैं। समय पर राजस्व कार्यों का संपादन कर रायगढ़ को अग्रिम पंक्तियों में रखने की बदौलत कलेक्टर रानू साहू के नेतृत्व में रायगढ़ की छवि बेहतर प्रशासन के तौर पर प्रदेश में एक अनुकरणीय उदाहरण बन चुकी है।