कलेक्टर कुंदन की पहल से आजादी के 7 दशक बाद पहली बार टापरनाका को लालटेन युग से मिली निजात ,करमा के शुभ दिन बिजली से रौशन हुए बसाहट के 21 घर ,उत्सव जैसा माहौल

अम्बिकापुर ।खनन प्रभावित वनांचल ग्राम फत्तेपुर के आश्रित ग्राम टापरनाका के 21 घरों में अब अंधेरा नहीं रहेगा। देश की आजादी के 7 दशक बाद पहली बार जिले के जुझारू संवेदनशील मुखिया कलेक्टर कुंदन कुमार की पहल से ये ग्राम पंचायत रौशन हो गए। सरगुज़ा अंचल के लोक पर्व करमा के शुभ दिन पर ये गांव विद्युतीकृत हो गए। अनुसूचित जनजाति वर्ग की बहुलता वाले बसाहट के ग्रामीणों के घरों से पहली बार लालटेन गायब हुए व बिजली पहुंची।

अपर कलेक्टर एएल ध्रुव ने रविवार को टापरनाका पहुंच कर 21 घरों में मीटर कनेक्शन कार्य का अवलोकन किया और विद्युत कर्मियों से मीटरों में विद्युत कनेक्शन करवाया।सीएसपीडीसीएल के कार्यपालन अभियंता आर नागवंशी ने बताया कि उदयपुर विकासखण्ड के कोयला खनन प्रभावित ग्राम फत्तेपुर के आश्रित ग्राम(बसाहट) टापरनाका में बिजली नहीं पहुंची थी। कलेक्टर के निर्देश पर मुख्यमंत्री मजरा टोला विद्युतीकरण योजना के तहत इस बसाहट में बिजली पहुंचाने का काम शुरू किया गया। बसाहट के लिए पृथक ट्रांसफार्मर लगाए गए है। इस बसाहट में पूरे अनुसूचित जनजाति वर्ग के 26 घर है जिसमे मीटर लगाने व विद्युत कनेक्शन का कार्य किया जा रहा है। रविवार को 21 घरों में मीटर लगाने व विद्युत कनेक्शन का कार्य पूरा हो गया है। शेष 5 घरों में अगले दिन मीटर लगाने का काम पूरा हो जाएगा।