राशन लेने 6 किलोमीटर का फासला तय करने से ग्रामीण थे परेशान , पाकजाम में खुलेगा पीडीएस दुकान ,समोसा खिला किराया लौटा ,कलेक्टर कुंदन कुमार ने किया समस्या का निदान

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज अम्बिकापुर । जिस तरह नायक फिल्म में अभिनेता अनिल कपूर ऑन द स्पॉट जाकर आमजन की समस्याओं को सुलझाते नजर आए थे ,रियल लाईफ में कुछ ऐसा ही किरदार छत्तीसगढ़ के सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार निभाते नजर आ रहे। गांव में पीडीएस (राशन )दुकान नहीं होने की वजह से 6 किलोमीटर का फासला तय कर राशन लेने की परेशानी से आहत कलेक्टोरेट पहुंचे ग्रामीणों की समस्याओं का जहाँ चंद मिनटों में समाधान किया वरन बकायदा उन्हें समोसा खिला उनकी गाड़ी का किराया अदा कर विदा किया। कलेक्टर के इस अंदाज ने जहां ग्रामीणों का दिल जीत लिया वहीं विभागीय अमले को जायज समस्याओं को त्वरित निराकरण करने की नसीहतें दे डाली ।

सरगुजा जिले के बड़ादमाली के आश्रित ग्राम पाकजाम के ग्रामीणों के समक्ष कलेक्टर कुंदन कुमार का यह अनोखा अंदाज देखने को मिला। जहां के ग्रामीणों को राशन लेने करीब 6 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है ऐसे में कई बार बुजुर्ग हितग्राही राशन लेने जा भी नहीं पाते तो वहीं कब राशन का वितरण हो रहा है यह भी जानकारी उन्हें नहीं मिल पाती थी। कई बार पंचायत स्तर पर अपनी गुहार लगा चुके ग्रामीणों की समस्या का समाधान जब नहीं हुआ तब उन्होंने अपनी मांग कलेक्टर के सामने रखने की सोंची। एक गाड़ी किराए पर लेकर ग्रामीण सरगुजा कलेक्टर के दफ्तर पहुंचे और मिलने की आस में गेट पर ही इंतजार कर रहे थे। ऐसे में जब सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार दफ्तर में प्रवेश कर ही रहे थे तब उनकी नजर ग्रामीणों और खासकर काफी संख्या में आवेदन लेकर पहुंची महिलाओं पर पड़ी। कलेक्टर ने सीधे उनकी तरफ रुख किया और उनकी समस्या पूछी इस पर ग्रामीणों ने कहा कि राशन दुकान उनके गांव में खोलने की मांग वह कई बार कर चुके हैं लेकिन अब तक इस ओर कोई पहल नहीं हुआ ग्रामीणों ने बारी-बारी कर अपनी समस्याओं से कलेक्टर को अवगत कराया तब कलेक्टर कुंदन कुमार ने सीधे खाद्य अधिकारी रविंद्र सोनी को मौके पर तलब किया । कलेक्टर ने निर्देशित किया कि राशन दुकान की व्यवस्था पाकजाम गांव में हो सके इसके लिए खाद्य अधिकारी खुद गांव जाएं और इस ओर पहल करें।

समोसा खिलवाया ,किराया लौटाया

यही नहीं जब ग्रामीण वापस लौट रहे थे तब उन्होंने पूछा कि आप लोग गाड़ी करके आए हैं और खाना खाया है या नही? जब लोगों ने कहा कि हां वह किराए पर गाड़ी लेकर कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचे हैं तब कलेक्टर ने खाद्य अधिकारी को निर्देशित किया कि खाद्य अधिकारी न सिर्फ उनकी गाड़ी का भाड़ा दें बल्कि सभी ग्रामीणों को समोसा खिला कर विदा करें। कलेक्टर कुंदन कुमार के आत्मीय व्यवहार से ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे । खाद्य अधिकारी रविंद्र सोनी ने जल्द ही गांव में पहुंचकर राशन दुकान खुलवाने की बात भी कही ।

अन्य विभागों को भी,दिखा गए आईना, दे गए संदेश

कई बार भले ही ग्रामीणों की शिकायतें अधिकारियों तक नहीं पहुंचे लेकिन जब अधिकारियों तक ग्रामीणों की शिकायत पहुंचती है तब कुछ इस तरह के सुखद पल भी सामने आते हैं जो यह बताते हैं कि प्रशासन अगर सचमुच चाहे तो ग्रामीणों की समस्या का समाधान तत्काल और बेहतर तरीके से भी किया जा सकता है जैसा समाधान कलेक्टर कुंदन कुमार ने निकाला ऐसे में कहा जा सकता है कि कलेक्टर ने न सिर्फ समोसा खिला कर ग्रामीणों की समस्या का समाधान किया बल्कि जिले के खाद्य विभाग के सबसे बड़े अधिकारी को गांव में जाकर मुआयना कर ग्रामीणों की समस्या का तत्काल निराकरण के निर्देश भी दिए।