कमियों को दूर कर लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएं- श्री सिंहदेव,नए उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने भेजे जाएंगे प्रस्ताव

अम्बिकापुर । छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टीएस सिंहदेव की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित संभाग स्तरीय स्वास्थ्य समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य एव परिवार कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन तथा अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनों सहित विद्यमान पैरामीटर के आधार पर तैयार प्रतिवेदन के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में अनुसूचित एवं मैदानी क्षेत्रों में प्रावधान के अनुसार नए उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए।

स्वस्थ एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव आर प्रसन्ना, संचालक स्वास्थ्य सेवाएं भीम सिंह, संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन विलास संदीपन भोसकर, संचालक सीजीएमएससी अभिजीत सिंह भी उपस्थित थे।श्री सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से बेहतर हुआ है परिवर्तन भी दिख रहा है लेकिन अभी भी गेप है जिसे दूर करने की नितांत आवश्यकता है। लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता है जिसे आप सबको पूरा करना है। इसके साथ ही प्रशासनिक स्तर पर जरूरी व्यवस्था समय पर उपलब्ध नहीं हो पाने से लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है इसे भी संवेदनशीलता के साथ दूर करनी होगी। अभी भी सिकलसेल, टीबी व कुष्ट बीमारी के नियंत्रण में सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित क्षेत्रों में 2 से 3 हजार तथा मैदानी क्षेत्रों में 5 हजार की आबादी वाले गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने के प्रावधान है इतनी आबादी वाले ऐसे गांव जहां अब तक उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं खुले हैं वहां नए उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने प्रस्ताव भेजें। उन्होंने कहा कि दवाई व अन्य उपकरणों की खरीदी अपरिहार्य कारणों को छोड़कर सीजीएमएससी के माध्यम से ही करे। दवाईयों की उपलब्धता जिस इकाई में जितनी मात्रा में होनी चाहिए उतनी हर हाल में रहना ही चाहिए। मितानिन पेटी से लेकर जिला अस्पताल तक हर स्तर पर दवा उपलब्ध हो। श्री सिंहदेव ने कहा कि संभाग के किसी जिले में किसी योजना का बेहतर क्रियान्वयन हो रहा है लेकिन दूसरे जिले में उसी योजना का क्रियान्वयन अपेक्षाकृत कमजोर है इसे ठीक करने की जरूरत है। संभाग के जिलों की लगभग एक सी भौगोलिक स्थिति है ऐसे योजनाओं का क्रियान्वयन एक समान होनी चाहिए। एक जिले में योजना का बेहतर क्रियान्वयन हो रहा है तो दूसरे जिले उसका अनुसरण करें। उन्होंने कमजोर प्रदर्शन वाले जिलों के अधिकारियां को चेतावनी दी कि अगले दो माह में फिर से समीक्षा बैठक होंगी जिसमें औसत प्रदर्शन वाले जिलों के अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
सचिव श्री आर प्रसन्ना ने कहा कि अस्पतालों में संसाधनों की कमी नहीं है इसलिए लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएं। मैदानी अमलो को क्लिनिकल ट्रेनिंग देकर दक्ष बनाएं ताकि पीएचसी लेवल पर रिफरल की संख्या कम से कम हो। योजनाओं के क्रियान्वयन में जो पैरामीटर तय किये गए है उस पर खरा उतरे। अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारीपूर्वक करें। किसी कर्मचारी पर कार्रवाई की जरूरत न पड़े।
बैठक में जिला पंचायत सदस्य श्री राकेश गुप्ता, संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ सुभाष मिश्रा, सहित सरगुज़ा संभाग के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, बीएमओ, डीपीएम, बीपीएम उपस्थित थे।