जिन पर हितग्राहियों तक पोषण आहार पहुंचाने की जिम्म्मेदारी वे ही मासूमों के गुनहगार ,खटाल में बेच दिया 26 बोरी रेडी टू ईट ,5 पर दर्ज हुआ एफआईआर ,कुदमुरा सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्रों का रेडी टू ईट नहीं पहुंचा हितग्राहियों तक ,डीपीओ के जांच प्रतिवेदन के बाद अपराध दर्ज ,बीज निगम के फर्म से उठा विश्वास

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । छत्तीसगढ़ में राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की उत्पादनकर्ता फर्म छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड पर बड़े पैमाने पर रेडी टू ईट की अफरातफरी कर शासन की मंशा को पानी फेरने संबंधी आरोप सही साबित हो रहे। जिन पर राज्य शासन ने भरोसा कर कुपोषण नियंत्रण की महती योजना रेडी टू ईट के वितरण की महती जिम्मेदारी सौंपी है वही अपने कर्मियों के जरिए मासूम बच्चों ,गर्भवती शिशुवती माताओं का निवाला छीनने में लगे हैं। गोकुलनगर प्रकरण की डीपीओ से जांच प्रतिवेदन प्राप्त होने के उपरांत रामपुर पुलिस ने 5 आरोपियों पर आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3 ,7तथा 34 भादवि के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है। जल्द ही मासूम हितग्राहियों का निवाला खटाल में मवेशियों के लिए बेचने वाले सलाखों के पीछे होंगे।

यहां बताना होगा कि 1 अप्रैल से राज्य बीज निगम की स्थापित इकाईयों के स्वचलित मशीनों के माध्यम से तैयार रेडी टू ईट बच्चों तक पहुंचाई जा रही है। जिले में राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की इकाई छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। आपूर्तिकर्ता फर्म को कोरबा में सभी पुराने समूहों का अनुबंध समाप्त हो जाने की वहज से न केवल रेडी टू ईट तैयार करना है वरन सभी 10 परियोजनाओं के 2565 आंगनबाड़ी केंद्रों में पहुंचाने का भी दायित्व दिया गया है। लेकिन फर्म जहां समय पर रेडी टू ईट पहुंचाने में नाकाम रहा है वहीं बलरामपुर जिले की तर्ज पर रेडी टू ईट की अफरातफरी करने की जुगत में लगा है । 5 अक्टूबर को कोरबा ग्रामीण परियोजना के कुदमुरा सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्रों में हितग्राहियों के लिए प्रदाय किए जाना वाला 26 बोरी (18 किलो प्रति बोरी कुल 468 किलो ) रेडी टू ईट को जिल्गा गोदाम से निकलकर केंद्रों में न पहुंचाकर फर्म के ब्लॉक समन्वयक लालाराम राठिया ,गोविंद साव के द्वारा गोकुलनगर के खटाल में सरस्वती देवी नामक महिला को 250 रुपए प्रति बोरी की दर से बेच दिया था। मुखबिर की सूचना पर मौके पर पहुंची रामपुर पुलिस ने चौकी प्रभारी कृष्णा साहू के नेतृत्व में न केवल रेडी टू ईट खरीदे गए मकान को सील कर दिया था वरन 132 बोरी रेडी टू ईट लदे पिकअप वाहन क्रमांक सीजी -12 बीई -3634 (जिसे पुलिस को आता देख चालक वितरणकर्ता)छोंड़कर फरार हो गए थे को जब्त कर पुलिस अभिरक्षा में चौकी ले आई थी। प्रकरण में वैद्यानिक कार्रवाई हेतु डीपीओ महिला एवं बाल विकास विभाग से जांच प्रतिवेदन मांगा गया था। जिसे हसदेव एक्सप्रेस ने प्रमुखता से प्रकाशित कर शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था।खबर प्रकाशन के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग हरकत में आई,और प्रभारी सीडीपीओ के बाद डीपीओ एम डी नायक स्वयं जांच करने पहुंचे । जहां विभागीय जांच के दौरान कुदमुरा सेक्टर की सुपरवाईजर श्रीमती हरा राठौर ने बताया कि कुदमुरा सेक्टर में सितंबर 2022 के लिए 2625 पैकेट (170 बोरी लगभग) दलिया की मांग थी, किन्तु 12 अक्टूबर तक लालराम राठिया द्वारा प्रदाय नहीं किया गया। पुलिस द्वारा जप्त दलिया कुल 170 बोरी है, जिसे विभाग ने पाया कि कुदमुरा सेक्टर के वितरण हेतु बचे 170 बोरी रेडी टू ईट फूड को जिल्गा गोदाम से 5 अक्टूबर को पिकअप में लोड किया किन्तु कुदमुरा सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्रों में न पहुंचाकर लालाराम राठिया व गोविंद साव के द्वारा गोकुल नगर के खटाल में सरस्वती देवी के घर 26 बोरी (18 किलो प्रति बोरी कुल 468 किलो) को बेच दिया गया। सरस्वती ने बताया कि 250 रुपए प्रति बोरी की दर से 26 बोरी दलिया उसने खरीदा था। यही नहीं लेमरू सेक्टर की पर्यवेक्षक श्रीमती कौशल्या प्रधान ने बताया कि सितंबर माह के लिए सेक्टर में 2467 पैकेट कम प्रदाय किया गया था।डीपीओ श्री नायक के जांच प्रतिवेदन के आधार पर परिवहनकर्ता लालाराम राठिया, गोविंद साव, वाहन मालिक आकाश झारिया, वाहन चालक द्वारिका प्रसाद तथा दलिया खरीदने वाली सरस्वती देवी के विरुद्ध अत्यावश्यक वस्तु अधिनियम1955 की धारा 3,7 तथा 34 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर लिया गया है।

तो किन पर करें भरोसा ,वितरणकर्ता ही शासन की मंशा पर फेर रहे पानी

शासन ने स्थानीय महिला स्व सहायता समूहों की जगह मानव स्पर्श रहित गुणवतापूर्ण रेडी टू ईट प्रदाय करने की जिम्मेदारी राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम को सौंपी है लेकिन बीज निगम की
उत्पादनकर्ता फर्म छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड जिस पर वितरण का महती दायित्व दिया गया है। उसके द्वारा नियुक्त वितरणकर्ता ही गरीब मासूमों गर्भवती शिशुवती माताओं के पोषण आहार को छीनकर खटालों व्यापारियों के यहां बेचने में लगे हैं। ब्लॉक समन्वयक लाला राम राठिया के इस कृत्य ने फर्म के कारनामों की पोल खोलकर रख दी है। बलरामपुर से शुरू हुई कहानी ,जशपुर ,कोरबा तक आ पहुंची है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो पूरे प्रदेश में रेडी टू ईट की इसी तरफ अफरातफरी चल रही है। बकायदा फर्म ने विभागीय अमले को प्रभाव में ले रखा है। जिसकी वजह से आज पर्यन्त आमजनता व मीडिया द्वारा मामला उजागर किए जाने के बाद ही कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकी।सभी जिला व ब्लॉक समन्वयक की भूमिका संदिग्ध है। यही हालत रहे तो शासन को एक बार फिर रेडी टू ईट के संचालन का दायित्व बीज निगम को देने के अपने फैसलों पर गंभीरता से विचार करना पड़ेगा।

वर्जन

अपराध दर्ज कर लिया ,शीघ्र कार्रवाई होगी

प्रकरण में डीपीओ के जांच प्रतिवेदन के आधार पर 5 आरोपियों के विरुद्ध आवश्यक अपराध दर्ज कर लिया है।संबंधितों के विरुद्ध शीघ्र वैद्यानिक कार्रवाई होगी।पुलिस ने तत्परता के साथ शासकीय महत्व के इस गम्भीर प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई की है।

कृष्णा साहू ,चौकी प्रभारी रामपुर

वर्जन

नहीं बख्शे जाएंगे दोषी ,मॉनिटरिंग का दिया निर्देश

प्रकरण में जांच कर आरोपियों के विरुद्ध अपराध दर्ज करवाया है। साथ ही विभागीय अमले सहित बीज निगम की वितरणकर्ता फर्म को निगरानी की कड़ी हिदायत दी है। प्रकरण से उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है। कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही बरतने वाले नहीं बख्शे जाएंगे।

एम डी नायक ,डीपीओ मबावि कोरबा