धान खरीदी का कल से होगा आगाज,कोरबा को मिला 19 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य ,5 नए केंद्र प्रस्तावित ,6 हजार नए किसान जुड़े ,41 समितियों के 55 केंद्रों में धान बेचेंगे 40 हजार 427 किसान

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। चुनावी वर्ष से पूर्व इस साल राज्य सरकार 1 नवंबर से धान खरीदी का आगाज करने जा रही। 31 जनवरी तक समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदे जाएंगे। आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में इस साल 40 हजार 427 पंजीकृत किसान 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान बेचेंगे। इस साल लगभग 6 हजार नए किसान धान खरीदी अभियान से जुड़ गए ।इस साल रिकार्ड 19 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। जिसे प्रस्तावित 5 नए उपार्जन केंद्र सहित 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों में माध्यम से हासिल किया जाएगा।

यहां बताना होगा कि राज्य शासन ने विधानसभा चुनावी वर्ष से पूर्व खरीफ विपणन वर्ष 2022 -23 में किसानों को धान खरीदी का पर्याप्त अवसर देते हुए 1 नवंबर 2022 से 31 जनवरी 2023 तक धान खरीदी करने का ऐलान किया है।गत खरीफ विपणन वर्ष 2021 -22 में जिले के 41 समितियों के 55 उपार्जन केंद्रों ने 34 हजार 73 किसानों के माध्यम से 17 लाख 2 हजार 372 क्विंटल रिकार्ड रच दिया था। आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले को इस साल रिकार्ड 19 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य दिया गया है। 29 अक्टूबर तक की स्थिति में जिले में इस साल कुल 40 हजार 427 कुल किसान पंजीकृत हैं। इनमें से 6 हजार इस साल पंजीकृत हुए नए किसान शामिल हैं। जिसके माध्यम से इस लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। इस साल राज्य शासन ने कॉमन धान का दर 2040 रुपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड ए धान का दर 2060 रुपए निर्धारित किया है । इस बार भी 15 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान खरीदी होगी। हालांकि समर्थन मूल्य के ऊपर पिछले 3 खरीफ विपणन वर्ष से राज्य शासन राजीव किसान न्याय योजना के अंतर्गत अपने 2500 प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी का वादा पूरा करने अंतर की राशि बोनस के तौर पर प्रदान करते आ रही है। लिहाजा इस साल भी किसानों को प्रति क्विंटल धान विक्रय करने पर 2500 रुपए भुगतान होने के आसार हैं ।

5 नए उपार्जन केंद्र प्रस्तावित ,स्वीकृति पर टिकी निगाहें

इस साल कोरबा जिले में 5 नए उपार्जन केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं इनमें लेमरू ,चचिया ,मुढाली ,बक्साही एवं बोईदा शामिल हैं। इन प्रस्तावित उपार्जन केंद्रों की स्वीकृति मिलने से किसानों को धान बेचने में लंबा फासला तय नहीं करना पड़ेगा। अभी यहाँ धान बेचने आने वाले किसानों को समय एवं धन दोनों का नुकसान उठाना पड़ता है।

सभी किसानों को ऋण पुस्तिका रखना अनिवार्य

सभी किसानों के पास ऋण पुस्तिका अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने तथा जिनके पास नहीं है उनके लिए ऋण पुस्तिका बनाने अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं । समिति प्रबंधकों को कहा गया है कि किसी भी किसान का ऋण पुस्तिका नहीं रखेंगे। टोकन में केवल वास्तविक किसान का ही हस्ताक्षर लेना होगा।

छोटे किसानों को मिलेगा पहले टोकन

धान खरीदी के पहले 15 दिन केवल छोटे किसानों को ही टोकन जारी होगा । सभी समिति प्रबंधकों को छोटे किसानों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है।छोटे किसानों को धान खरीदी की सूचना हेतु मुनादी कराने तथा स्वयं संपर्क करने का भी निर्देश है ।

किसानों के बारदानों में भी होगी खरीदी

समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए समितियों में पर्याप्त मात्रा में बारदानों की उपलब्धता है फिर भी किसान अपने बारदाने से भी धान बेच सकेंगे।इस साल भी शासन ने यह सुविधा किसानों को प्रदान की है ।

फैक्ट फाईल

लक्ष्य -19 लाख क्विंटल

समिति 41

उपार्जन केंद्र 55

प्रस्तावित उपार्जन केंद्र -5

पुराने किसान -34 हजार 73

नए किसान -6 हजार 354

समर्थन मूल्य कॉमन धान -2040 रुपए प्रति क्विंटल

समर्थन मूल्य
ग्रेड ए धान का दर 2060