भारत बंद का कोरबा जिले में दिख रहा मिला-जुला असर

कोरबा । केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों के समर्थन में संघर्ष को मजबूत करने के लिए आज देशव्यापी बंद के आह्वान का कोरबा जिले में मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है ।कोरबा जिले में गतिविधियां अन्य दिनों की तरह सामान्य किंतु कुछ इलाकों में थमी-थमी सी नजर आ रही हैं । कोरबा शहर में बंद का कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा।

आज मंगलवार साप्ताहिक व्यावसायिक अवकाश का दिन होने के बाद भी अनेक दुकानदारों ने प्रतिष्ठानों को बंद रखने से परहेज किया। हालांकि कांग्रेसियों के द्वारा सड़क पर उतरकर दुकानों को बंद कराने की कवायद की गई जो काफी साबित नहीं हुई। ट्रांसपोर्ट नगर के कई दुकानदारों ने साप्ताहिक अवकाश के कारण अपनी दुकानों को बंद रखा। इसी तरह बुधवारी बाजार, निहारिका, कोसाबाड़ी की दुकानें भी खुली हैं। पश्चिमांचल के ऐसे क्षेत्र जहां वामपंथी दलों की पकड़ है वहां वामपंथी दलों के द्वारा घूम-घूम कर दुकानों को बंद कराया गया।ग्रामीण अंचलों के किसानों के समर्थन में अपने प्रतिष्ठान बंद रखे गए। सड़कों पर यात्री वाहनों की आवाजाही बनी हुई है। बता दें कि जिले में विभिन्न उद्योगों में कार्यरत श्रमिक संगठनों ने भी आज के भारत बंद को सफल बनाने का आह्वान एवं अपील जिला वासियों से किया है। इन तमाम श्रमिक संगठनों के द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में बन्द को सफल करने की कवायद की जा रही है। इधर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर कांग्रेसियों द्वारा इस बंद को सफल कराने की भी कोशिश की गई। दूसरी ओर जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने इस बंद से खुद को पृथक रखा है। कुल मिलाकर उर्जाधानी में भारत बंद का मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है।