राजीव गांधी के हत्यारों के रिहाई के खिलाफ पुनःयाचिका ,बोले सीएम बघेल -देशभर में हुई आलोचना ,तब उठाया गया कदम

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महाराष्ट्र रवाना हो गए हैं। इसके पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत की और केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। राजीव गांधी के हत्यारों के खिलाफ पुन: विचार याचिका लगाने पर सीएम बघेल ने कहा कि देशभर में जब आलोचना हुई है, तब कदम उठाया गया है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राजीव गांधी के हत्यारों को छोड़ने पर केंद्र सरकार सोई हुई थी। इस मामले में चुप्पी साधी हुई थी। अलग-अलग मामलों में प्रोएक्टिव होकर काम करती है, लेकिन इस मामले में सभी चुप रहे।

पूर्व मुख्य्मंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा चारामा में दिए मुसवा बाघ वाले बयान पर सीएम ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़िया किसान उनको बर्दाश्त नहीं हो रहे हैं। यह बयान उनकी सामंती प्रवृत्ति को दर्शाता है। सीएम बघेल ने कहा कि आरक्षण के मामले पर नियुक्ति होने पर बहुत जल्दी उस मामले का हल निकल जाएगा। 1 और 2 दिसंबर को आरक्षण के लिए विशेष सत्र बुलाया गया है, उसमें हल निकल जाएगा। वहीं बीजेपी द्वारा भानुप्रतापपुर के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी करने पर कहा कि खैरागढ़ उपचुनाव में सीएम शिवराज सिंह आए थे, रिजल्ट आप सभी के सामने है। वहीं महाराष्ट्र में राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर कहा कि उन्होंने ऐसी कोई बात कही नहीं है, जो तथ्य है, उसको दिखाया है। जो चिट्ठी लिखी है, उसको बताया है। एफआईआर क्यों किया जा रहा है, उसका जवाब देना चाहिए। आजादी की लड़ाई में बहुत सारे जेल गए, जेल की यात्राएं की। बाल गंगाधर तिलक और भगत सिंह सभी जेल में रहे, लेकिन कभी माफी नहीं मांगी।सीएम बघेल ने कहा कि सावरकर के बारे में अगर जानना है, तो आपको जेल जाने से पहले और जेल से छूटने के बाद के बारे में जानना जरूरी है। जेल जाने से पहले सावरकर क्रांति थे। जेल से छूटने के बाद लगातार सावरकर माफी मांगते रहे। सावरकर को अंग्रेजों के द्वारा पैसे दिए जाते थे। जेल से छूटने के बाद सावरकर अपनी छवि के विपरीत काम करने लगे। सावरकर ने अंग्रेजों से मिलकर काम किया।