महासमुंद। जिले में वन्य प्राणियों के शिकार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी क्रम में शनिवार रात शिकारियों द्वारा कोडार उलट नाले में शिकार के लिए बिछाए करंट तार की चपेट में आने से एक दंतैल की मौत हो गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार करीब तीन दिन पूर्व गरियाबंद जिले के फिगेंश्वर वन परिक्षेत्र से दो दंतैल भोजन-पानी की तलाश में यहंा जिले के जिवतरा जंगल में पहुंचे थे। शनिवार सुबह हाथियों को उक्त जंगल से निकलकर लोहारडीह और कोडार बांध से लगे वन विकास निगम जंगल के कक्ष क्रमांक 854, 855, 856 और 857 में विचरण करते देखा गया था। देर शाम दोनों दतैल लोहारडीह के जंगल से निकलकर सिरपुर की ओर जाने के लिए निकले थे। रात करीब 9 बजे दंतैल कोडार बांध के उलट नाले को पार कर रहे थे। वन्यप्राणियों के शिकार के लिए नहर किनारे 11 केव्ही के विद्युत पोल से हुकिंग कर बिछाए गए करंट जाल की चपेट में हाथी एमई 5 आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बता दें कि गरियांबद से आए दो दंतैल पिछले दो दिनों से जिवतरा और कोना पहाड़ी जंगल के कक्ष क्रमांक 77, 78 और 79 में डेरा जमाए हुए थे। शुक्रवार को दोनों जंगल से निकलकर पास में लगे दलदली जंगल के कक्ष क्रमांक 438 में विचरण कर रहे थे।
हादसे के बाद पता चला बिछा था करंट का जाल
हादसे के बाद वन विभाग की टीम ने मौके का मुआयना किया तो पता चला कि अज्ञात शिकारियों ने वन्यप्राणियों के शिकार के लिए नहर के अलावा आसपास में 11 केव्ही के पोल से हुकिंग कर जीआई तार के माध्यम से करंट का जाल बिछाकर रखा था। हाथी के चपेट में आने के बाद ग्रामीण नहर के आसपास चिंगारी उठते देख वन विभाग को सूचना दी। विभाग ने विद्युत विभाग से विद्युत आपूर्ति बंद कराई। जब तक टीम मौके पर पहुंचती हाथी की मौत हो चुकी थी।
अब एमवी एक हो सकता है हिंसक, रहें सतर्क
डीएफओ पंकज राजपूत ने बताया कि गरियाबंद जिले से यहां जिले में आए दोनों दंतैल महासमुंद में रह चुकें हैं। इसमें से मृत हाथी एमई 5 है जबकि साथी एमई 1 है जो घटना के बाद से आगे बढ़ते हुए सिरपुर की ओर जा चुका है। विभाग का मानना है कि उक्त हाथी की मौत के बाद एमई 1 हिंसक हो सकता है, इससे सतर्क रहने की आवश्यकता है इसलिए क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया गया है। श्री राजपूत ने बताया कि एमई हाथी ने महासमुंंद में 3, गरियाबंद में 2 और धमतरी में करीब 3-4 लोगों को मारा है।