कोरबा । जर्जर केंद्रों में किसी भी हालात में केंद्रों का संचालन न करें। जो आंगन केंद्र जर्जर हालत में है ऐसे केंद्रों को अन्य सुरक्षित स्थान पर तुरंत संचालित करें। इस कार्य मे लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसा करते पाए जाने पर केंद्रों के कार्यकर्ता से लेकर पर्यवेक्षकों को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना जावेगा,तत्काल संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी। इस कार्य की मॉनिटरिंग की पूरी जिम्मेदारी सीडीपीओ भी लें ,कोताही के लिए सभी के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

उक्त बातें जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती प्रीति खोखर चखियार ने गुरुवार को पंचवटी में आयोजित कार्यशाला में कही। बीते दिनों कटघोरा परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्र बसंतपुर क्रमांक -2 ,डोंगरी एवं जवाली क्रमांक -1 हसदेव एक्सप्रेस न्यूज की पड़ताल में जर्जर हालत में भी संचालित पाए गए थे। ये तीनों केंद्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम स्थल रंजना से महज 7 किलोमीटर से भी कम दूरी पर थे। उक्त लापरवाही पर विभाग की काफी किरकिरी हुई थी। डीपीओ श्रीमती चखियार बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने यह लापरवाही संज्ञान में आते ही तत्काल पर्यवेक्षकों की मीटिंग लेकर कड़ी हिदायत दी है। निश्चित तौर पर पिछले कुछ समय से महिला एवं बाल विकास विभाग का मैदानी अमला बेहद निरकुंश बना हुआ है। डीपीओ के तल्ख तेवर के बाद ऐसी पुनरावृति पर नाफरमानों कार्रवाई देखने को मिलेंगे ।
महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत पंचवटी सभा कक्ष में आज पोषण ट्रैकर एप व सक्षम आंगनवाड़ी केंद्र के संबंध में विभागीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग कोरबा श्रीमती प्रीति खोखर चखियार की अध्यक्षता में विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला में सक्षम योजना, छतीसगढ़ी महिला कोष, मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, कौशल्या मातृत्व योजना, मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना, महिला जागृति शिविर, आदि विषयों पर चर्चा की गई। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी गजेंद्र देव सिंह द्वारा पोषण अभियान अंतर्गत जिले के 700 केंद्रों को सक्षम आंगनवाड़ी के चयन प्रक्रिया व अंतिम सूची जारी करने हेतु कहा गया। आंगनवाड़ी केंद्र को सुचारू रूप से चलाने हेतु निर्देश दिया गया। अनिल देवांगन जिला समन्वयक द्वारा पोषण ट्रैकर एप का मासिक रिपोर्ट पर समीक्षा व नवीन फ़ीचर्स के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही नियमित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ द्वारा उसे केंद्र स्तर पर एप के माध्यम से एंट्री करने कहा गया। ताकि मासिक रिपोर्ट में पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक रिपोर्ट डेशबोर्ड में प्रविष्टि हो सकेगा। इस कार्यक्रम में जिले के समस्त परियोजना से परियोजना अधिकारी – श्रीमती निशा कवर, श्रीमती दीप्ति पटेल, श्रीमती मंजू सिंह, श्रीमती रागिनी बैस, मनोज अग्रवाल, परियोजना प्रभारी श्रीमती संगीता कोरम, श्रीमती कौशल्या प्रधान, श्रीमती असीम खान, जिला समन्वयक पुष्पावती, अधीक्षक श्रीमति बेलमिरी थॉमस व समस्त पर्यवेक्षक उपस्थित थे।