हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। चुनावी वर्ष में सीएम के भेंट मुलाकात कार्यक्रमों के बावजूद देश के 112 आकांक्षी जिलों के डेल्टा रैकिंग में देश में 60 वें स्थान पर लुढ़क चुके आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में शासन की योजनाओं का अपेक्षित लाभ जनता को नहीं मिल रहा । पीड़ित ग्रामीणों की कलेक्टर जन चौपाल में भींड़ कम नहीं हो रही। मंगलवार को राजस्व ,जाति प्रमाण पत्र सहित चुनावी जन घोषणा पत्र की वादाखिलाफी से आहत लोगों ने न्याय की गुहार लगाई।
पसान तहसील के ग्राम लैंगा के उप सरपंच संगीता केशरवानी पति नरेश केशरवानी के विरुद्ध शासकीय आवास मद की भूमि पर कब्जा करने की गम्भीर शिकायतें सामने आई। जिसमें तहसीलदार की कार्यशैली को लेकर पूरे ग्रामवासियों ने शिकायत की। सरपंच के नेतृत्व में पहुंचे ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में उल्लेख किया है कि उपसरपंच द्वारा शासकीय भूमि ख. न.132 /1 ( क ) पर असंवैधानिक रूप से निर्माण किया गया है। जिसकी सूचना 26 दिसंबर 2022 को एसडीएम पोंडी उपरोड़ा को दे चुके हैं। दूसरे ही दिन 27 दिसम्बर को तहसीलदार पसान को आवेदन दिया गया था। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई। निराश ग्रामीणों ने 3 जनवरी को लैंगा में आयोजित ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर 4 जनवरी को तहसीलदार पसान के यहाँ प्रस्ताव पंजी के साथ कार्रवाई करने पुनः आवेदन प्रस्तुत किया था। तहसीलदार ने उसी दिवस निर्माण कार्य पर स्थगन आदेश दे दिया था। लेकिन इसकी तामीली 9 जनवरी को की गई ,इतना समयावधि देने के कारण सम्पूर्ण कार्य पूरा हो गया। तहसीलदार कार्यालय की उक्त कार्यशैली की शिकायत ग्रामीणों ने 10 जनवरी को कलेक्टर से किया था।शिकायत पर संज्ञान नहीं लेने पर निराश ग्रामीणों ने पुनः 2 फरवरी को तहसीलदार पसान को उक्त अवैध निर्माण के संबंध में अपना व्यक्तिगत शिकायत पत्र दिया । तहसील कार्यालय पसान में 7 फरवरी को शिकायतकर्ता ग्रामीणों का बयान कलमबद्ध किया गया था। 7 फरवरी को ही अवैध निर्माण कार्य को बेदखली का आदेश जारी किया गया था। लेकिन 9 फरवरी को बेदखली आदेश पर स्थगन आदेश दे दिया । ग्रामीणों ने तहसीलदार पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए संवैधानिक कार्य दायित्व से पीछे हटने का आरोप लगाया

। वहीं संघर्षशील प्रेरक पंचायत कल्याण संघ छत्तीसगढ़ ने कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र पर अमल करने की मांग की । 41 विधायकों एवं सांसद का रोजगार के लिए अनुशंसा के आधार पर प्रेरकों को नियमित रोजगार पद पर समायोजित करने की मांग की ।
नगवसिया समुदाय के नगेसिया,नगासिया जाति के लोगों ने जाति प्रमाण पत्र बनाने लगाई गुहार

कलेक्टर जन चौपाल में भैसमा,चितापाली ,हाथीमुड ,चाकामार सहित अन्य ग्रामों में नगवसिया समुदाय के नगेसिया,नगासिया जाति के लोग सपरिवार निवासरत हैं। जो अनुसूचित जनजाति परम्परागत आदिवासी की श्रेणी में आते हैं। समुदाय की महिलाओं ने बताया कि स्कूलों में अध्ययनरत उनके बच्चों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा। जिससे विद्यालय व कालेजों में पढ़ने वाले बच्चों को शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित होना पड़ रहा।बच्चों के उच्च शिक्षा की राह में अड़चनें आ रही हैं। जिससे समुदाय के बच्चे बीच में ही पढ़ाई छोंड़ रहे हैं। जिससे समुदाय के लोगों में जनाक्रोश व्याप्त है। समुदाय की महिलाओं ने नागवंशी समुदाय के जाति नगेसिया नगासिया शब्द भिन्नता को जल्द से जल्द दूर कर उक्त संबंध में ठोस कार्रवाई करने की मांग की है।