कोरबा । अवैध खनिज उत्खनन परिवहन को लेकर लगातार किए जा रहे कार्रवाई की खनिज विभाग के दावों की हवा निकल गई है। कटघोरा ब्लॉक के धनरास स्थित एनटीपीसी राखड़ डेम से लगे हसदेव नदी से खनिज माफिया बैखोफ रोज़ाना सैकड़ो ट्रेलर रेत व पत्थरों को तोड़ गिट्टी व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से मृरूम मिट्टी का अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
यहां बताना होगा कि जे.पी. कंस्ट्रक्शन द्वारा हसदेव नदी के पानी को रोककर रेत का भारी पैमाने पर उत्खनन किया जा रहा है। साथ ही यहां के पहाड़ों में मौजूद पत्थरों को तोड़कर गिट्टी का भी परिवहन किया जा रहा है। साथ ही आसपास के गांवों से मुरुम व मिट्टी का का भी बेतहाशा उत्खनन कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।
ट्रेलर सड़को पर गिरा रहे राखड़, लोगों की बढ़ रही परेशानी

यहां यह बताना लाज़मी होगा कि जे.पी. कंस्ट्रक्शन ने राखड़ परिवहन करने यहाँ अपने सैकड़ो ट्रेलर को राखड़ परिवहन के कार्य मे लगा रखा है। धनरास राखड़ डेम से राखड़ परिवहन तो करते हैं जो कि निर्माणाधीन नेशनल हाईवे में राखड़ डंपिंग के लिए जे पी कंस्ट्रक्शन के ट्रेलर ओवर लोड राखड़ लोड कर बिना तालपत्री ढके खुले ओवर लोडिंग में राखड़ परिवहन करते हैं । वाहन से राखड़ सड़क मुख्यमार्ग पर गिराते हुए जाते हैं जिसकी वजह से राखड़ सड़क पर गिरने से सड़क पर धूल का गुब्बार उड़ते रहता है जिससे सड़क पर चलने वाले वाहनों व आमजनों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। राखड़ की आड़ में अवैध उत्खनन के कार्य को भी जे.पी. कंस्ट्रक्शन बेख़ौफ़ अंजाम दे रही।
हसदेव नदी का पानी रोक कर रहे रेत का बेख़ौफ़ उत्खनन
जे.पी. कंस्ट्रक्शन जैसे खनिज माफिया के हौसले इस कदर बुलंद है कि हसदेव नदी का पानी रोककर कर रेत का बेधड़क उत्खनन कर रहा है। बता दें कि सैकड़ो ट्रेलर यहां से दिनभर रेत का परिवहन करते नज़र आ ही जायेंगे। यहाँ के ग्रामीण डरे सहमे ही बताते है कि जे.पी. कंस्ट्रक्शन बैखोफ यहां से रेत, मुरुम व बोल्डर का परिवहन कर रहा । दिन और रात में भी अवैध उत्खनन के कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।
ग्रामीणों को अपनी राजीनीतिक पहुंच का हवाला देकर अवैध उत्खनन को अंजाम
जे.पी. कंस्ट्रक्शन पर आसपास के ग्रामीणों को अपनी राजनीतिक पहुंच का हवाला देकर तथा ग्रामीणों के खेत को बराबर करने व डरा धमकाकर गाव के किसानों की जमीन से मुरुम, मिट्टी निकालकर बेधड़क परिवहन किए के आरोप लग रहे है। साथ ही खनिज विभाग के कार्यशैली की भी यहाँ पोल खुल गई है। धनरास व झोरा के आसपास से खनिज संपदा का बेधड़क दोहन कर रहे जे.पी. कंस्ट्रक्शन पर मेहरबानी से खनिज विभाग के अफसरों की मिलीभगत स्पष्ट हो चुकी है।