रायगढ़ – 22 अक्टूबर। खरसिया में भूमाफियाओं पर अब कार्यवाही के लिए शिकंजा कसना शुरू हो गया है। कलेक्टर भीमसिंह के आदेश पर एसडीएम ने जांच टीम गठित कर दी है। करीब 10 जगहों पर हो रही अवैध प्लाटिंग की जांच के लिए एसडीएम ने जांच टीम बनाई है। अब इन कालोनियों में नाप जोख शुरू हो गई है। खरसिया में गोपाल राइस मिल, छपरीगंज, अजीत सिंह नगर, होटल के पीछे मदनपुर, नवापारा, तेलीकोट आदि जगहों पर धड़ल्ले से प्लाट काट कर बेच दिया गया है।न कोई नक्शा अप्रूवल है और न जमीन का डायवर्सन है।
लगभग डेढ़ सौ एकड़ पर अवैध प्लाटिंग की बात आई सामने
लोगों को झूठे वादे कर कर जमीन को बेचा गया है। रेरा कानून लागू होने के बाद कहीं भी 500 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल पर कॉलोनी काटे जाने पर पंजीयन अनिवार्य है। खरसिया में करीब डेढ़ सौ एकड़ में अवैध प्लाटिंग चल रहा है। कोई कार्यवाही तो दूर की कौड़ी है। भू माफियाओं के अधिकारियों से इतनी जबरदस्त सेटिंग है अभी तक किसी प्रकार की कोई धरपकड़ नहीं हो पाई है। अब sdm ने जांच जांच टीम गठित करके कार्रवाही आगे बढ़ाई है। टीम में नगर पालिका के सब इंजीनियर, तहसील के कुछ आर आई, पटवारी और नगर तथा ग्राम निवेश के अधिकारी भी शामिल है।
प्लाटिंग की गई जगहों का किया जाएगा नाप जोक और विक्रेता के विरुद्ध दर्ज होगा प्रकरण
जिन जिन जगहों पर प्लाटिंग की गई है वहां पूरी नामजोख की जाएगी। विक्रेता के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर तलाश पनियाला न्यायालय में निराकरण किया जाएगा इन अवैध कालोनियों में अब नगर पालिका कोई सुविधाएं संसाधन का विकास नहीं कर पायेगी।
सिस्टम में घुसपैठ को रोकना बड़ी चुनौती
ऐसा नहीं है कि राजस्व विभाग उप पंजीयक और नगर पालिका ऑफिस पार्किंग की जानकारी नहीं थी भू माफियाओं ने पटवारी के माध्यम से ऐसी सेटिंग जमा रखी थी कि कोई अधिकारी है उनकी इशारे पर चलता था उप पंजीयक खरसिया में एक ही खसरा नंबर कृषि भूमि को टुकड़ों रजिस्ट्री कर आएगी तब भी किसी को आपत्ति नहीं लागू होने के बाद इसके नियम पालन कराने के लिए राजस्व विभाग और नगर तथा ग्राम निवेश जिम्मेदार है लेकिन बहुत आसानी से प्लाटिंग करने दिया गया है।