जंगल में मंगल ,रखवाले बने कोल माफियाओं के संरक्षणकर्ता,डिप्टी रेंजर ,बीट गार्ड सस्पेंड,620 बोरी कोयला हुआ जब्त ,मचा हड़कम्प

कोरबा। जिले में वन अमले का अवैद्यानिक कार्यों में संरक्षण का सिलसिला नहीं थम रहा। वन भूमि से अवैध उत्खनन और परिवहन के संबंध में जानकारी होने के बाद भी अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन ना कर अवैध खननकर्ताओं को संरक्षण देना डिप्टी रेंजर और बीट प्रभारी को भारी पड़ गया।दोनों वन कर्मियों को कार्य व्यवहार सिविल सेवा आचरण नियम के विपरीत पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया है।

वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देशानुसार वन तस्करों एवं वनपरिक्षेत्र में अवैध कार्य करने वालों पर वन विभाग की सख्त कार्यवाही जारी है। कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल के अंतर्गत कोयले का अवैध उत्खनन और परिवहन के मामले में लापरवाही बरतने के कारण उपवन क्षेत्रपाल उज्जैन सिंह पैंकरा और वनपाल बीट प्रभारी अरूण कुमार राजपूत को निलंबित कर दिया गया है। इस संबंध में विभाग द्वारा आज निलंबन आदेश जारी कर दिया गया है।वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार कोरबा जिले के कटघोरा वनमंडल के पसान परिसर के जल्के वृत्त के अंतर्गत परिसर बीजाडाड़ के कक्ष क्रमांक पी. 198 में कोयले का अवैध उत्खनन कर परिवहन करने हेतु 620 बोरी को भरकर रखा गया था। सूचना प्राप्त होते ही बोरी को मौके पर जप्त किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में उपवन क्षेत्रपाल उज्जैन सिंह पैकरा और वनपाल बीट प्रभारी अरूण कुमार राजपूत द्वारा अवैध खनन के संबंध में मुखबिरों द्वारा पूर्व में सूचना देने के उपरांत भी इनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई, बल्कि लापरवाही और निष्क्रियता बरती गई। विभाग द्वारा इन दोनों ही कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 (1) (क) के तहत निलंबित किया गया है।