चालू वित्तीय वर्ष में ही विश्व की सबसे बड़ी कोयला खदान बन जाएगी एसईसीएल!लक्ष्य हासिल करने की ओर अग्रसर

कोरबा । छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की गेवरा परियोजना विश्व की सबसे बड़ी कोयला खदान बनने जा रही है। चालू वित्तीय वर्ष में ही गेवरा माइंस द्वारा इस उपलब्धि को हासिल किया जा सकता है। जबकि वर्तमान में गेवरा विश्व की चौथी बड़ी खदान है।

यहां बताना होगा कि विश्व की सबसे बड़ी कोयला खदान यूनाइटेड स्टेट में स्थित है। इस खदान ने वित्तीय वर्ष 2022 में 60.4 मिलियन टन का कोयला उत्पादन किया। यहां 1.4 बिलियन टन को कोल रिजर्व है। विश्व की सबसे बड़ी कोल माइंस में 1200 कर्मचारी ही काम करते हैं।
विश्व की दूसरी बड़ी कोयला खदान केपीसी ऑपरेशन इंडोनेशिया में स्थित है। इस खदान की सालाना उत्पादन क्षमता 56.4 मिलियन टन है। तीसरी बड़ी कोयला खदान भी यूनाइटेड स्टेट में है। इसकी क्षमता 53.8 मिलियन टन की है।
चौथा नम्बर कोल इंडिया की गेवरा माइंस का आता है। वित्तीय वर्ष में गेवरा से 52.5 मिलियन टन कोयला उत्पादन हुआ। चालू वित्तीय वर्ष में गेवरा माइंस के समक्ष 60 मिलियन टन का कोयला उत्पादन का लक्ष्य है। गेवरा ने इस आंकड़े को पार कर लिया तो संभवतः विश्व की सबसे बड़ी खदान का दर्जा मिल सकता है।
कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषांगिक कंपनी एसईसीएल की गेवरा परियोजना का विस्तार भी होने होने जा रहा है। 52.5 मिलियन टन से क्षमता विस्तार कर 70 मिलियन टन किए जाने 6 जून, 2023 को पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु जनसुनवाई की गई है।विश्व की पांचवी बड़ी कोयला खदान एसईसीएल की कुसमुंडा है। कुसमंडा से बीते वित्तीय वर्ष में 43 मिलियन टन कोयला उत्पादन हुआ था।
इसी तरह छठवें नम्बर पर चीन, सातवें नम्बर पर पोलेंड और 8वीं एवं 9वें नम्बर पर इंडोनशिया में स्थित खदान है। जबकि विश्व की 10वीं बड़ी कोयला खदान भी चीन में है।

चीन में सबसे अधिक उत्पादन

विश्व में सबसे ज्यादा कोयला उत्पादन करने वाला देश चीन है। चीन में 3803 मिलियन टन कोयला उत्पादन हुआ। इसके बाद भारत का नम्बर आता है, लेकिन कंपनीवार बात की जाए तो कोल इंडिया लिमिटेड विश्व की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है। तीसरा बड़ा कोयला उत्पादक देश इंडोनेशिया है।

70 देशों में कोयला उत्पादन

विश्व के 70 देशों में 4300 खदानों के माध्यम से रोजाना 7.9 बिलियन टन कोयला उत्पादन होता है। पहले पांच बड़े उत्पादक देश चीन, भारत, इंडोनेशिया, यूएस, आस्ट्रेलिया है।