प्रवासी पक्षियों के संरक्षण को लेकर गम्भीर नहीं वन अमला,कनकेश्वर धाम में लगातार हो रही असमय मौत

कोरबा। विदेशी परिंदों के संरक्षण को लेकर वन अमला गंभीर नहीं है। पूर्व में की गई व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही है। जिसके कारण हर वर्षा ऋतु में गाज व अन्य घटनाओं में विदेशी पक्षियों की मौत हो जाती है। इस बार भी इस तरह की घटना हो चुकी है।

जिले के करतला विकासखंड अंतर्गत ग्राम कनकी, जो कनकेश्वर धाम के नाम से काफी प्रसिद्ध है। यहाँ श्रावण मास में लाखो श्रद्धालु विभिन्न जिले एवं राज्यो से भगवान शिव के दर्शन करने पहुंचते है, ग्राम कनकी प्रवासीय पक्षी को भी खूब भाता है, वही इनकी पक्षियों के सरंक्षण को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में चिंता देखने मिल रही है। जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम कनकी में प्रवासी पक्षी ओपन बिल स्टार्क का आना शुरू हो गया है। स्थानीय ग्रामीण इन्हें खुशहाली एवं मानसून का प्रतीक मानते हैं, अपने प्रवास पर पहुंचे पक्षी परिसर में मौजूद वृक्ष में निवास करते हैं तथा अपने वंश वृद्धि के लिए वृक्षों में घोंसला बनाकर रहते हैं। ग्रामीण बता रहे हैं कि पक्षियों के संरक्षण में कोई खास कदम उठाने से पक्षियों की लगातार मृत्यु हो रही है, वही कुछ दिन पूर्व गाज गिरने से 4 पक्षी की मृत्यु हो गई थी, जो चिन्ता का विषय है। आज दिनांक तक मृत पक्षी को मौके से नहीं हटाया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि यहां वन विभाग द्वारा प्रवासी पक्षियों के संरक्षण हेतु व्यापक कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि किसी दानदाता के द्वारा पेड़ के नीचे नेट की व्यवस्था की गई थीं, लेकिन अब वह भी टूट चुका है। पेड़ों में तार तो लगाए गए है मगर पक्षियों के नीचे गिर जानें से होने वाली मृत्यू को लेकर कुछ ठोस उपाय करने की जरूरत है। पक्षियों को गाज से बचाने हेतु वन विभाग द्वारा विद्युत तडि़त चालक लगाए गए थे, लेकिन लंबे समय से तडि़त चालक खराब होने के कारण पेड़ो पर गाज गिर रहे हैं। जिसके कारण लगातार प्रवासीय पक्षियों की मृत्यु हो रही है, जिसे लेकर ग्रामीणों ने चिंता जताई है।