एसईसीएल की लापरवाही बना काल,पानी निकासी के लिए बनाए गए नाले में गिरकर कर्मी की मौत,ड्यूटी खत्म करके लौट रहा था मृतक

कोरबा। कुसमुंडा खदान में सोमवार की देर शाम दुखद हादसा हो गया। हादसे में एक ठेका कर्मचारी की मौत हो गई।कुसमुंडा खदान में कोल डिस्पेच का काम करने वाली ठेका कंपनी की पीआईआरएल में सोनू यादव 32 वर्ष निवासी बरमपुर कार्यरत था। वह कंपनी में ट्रक ड्राइवर था। वह अपनी ड्यूटी खत्म कर देर शाम कुसमुंडा खदान से घर लौट रहा था।

इसी दौरान नये ई एंड एम ऑफिस के पास पानी निकासी के लिए बनाए गए नाले में वह बाइक सहित गिर गया। बताया जा रहा है कि वह नाले में ही काफी देर तक डूबा रहा। कुछ लोग वहां से गुजरे जिन्होंने उसे देखा। आनन-फानन में युवक को नाले से निकालकर विकास नगर स्थित अस्पताल गया, जहां डॉक्टरी जांच के उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया गया। मामले को लेकर काफी गहमागहमी का माहौल रहा। घटना के बाद साथी कर्मचारियों में आक्रोश देखा गया। उनका कहना है कि घटना को कई घंटे बीत चुके हैं, लेकिन ठेका कंपनी से कोई भी मृतक की सुध लेने नहीं आए हैं। बताया जा रहा है कि मृतक सोनू यादव की पिछले महीने ही शादी हुई थी। पूरे घर में मातम का माहौल है। वहीं अधिक रात हो जाने की वजह से सोमवार को पुलिस द्वारा पंचनामा की कार्यवाही नहीं की गई है। मंगलवार सुबह पंचनामा की कार्यवाही कर पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा गया। विकास नगर अस्पताल में साथी कर्मचारियों का देर रात तक जमावड़ा लगा रहा। उनकी मांग है कि ठेका कर्मचारी को उचित मुआवजा प्रबंधन एवं ठेका कंपनी के द्वारा दिया जाए। देर रात तक तक एसईसीएल व ठेका कंपनी के कोई भी अधिकारी अस्पताल नही पहुंचे थे।

ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

कर्मी की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को कुसमुंडा खदान में प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे खदान का कामकाज प्रभावित हो गया। भूविस्थापितों का कहना है कि मृतक के परिवार वालों को उचित मुआवजा राशि तत्काल उपलब्ध कराई जाए। आउटसोर्सिंग निजी कंपनियों के द्वारा ठेका कर्मियों के साथ किए जा रहे शोषण के संबंध में कुसमुंडा प्रबंधन निराकरण करें। सुबह लगभग 6 बजे से ही भू विस्थापितों के द्वारा कुसमुंडा खदान का काम बंद कर दिया गया, जिनमें बच्चे व महिलाएं भी शामिल रहे।