कोरबा की बेटी ,अधीक्षक भू -अभिलेख के प्रयासों से सरगुजा का बढ़ा राष्ट्रीय स्तर पर मान ,राष्ट्रपति के हाथों कलेक्टर कुन्दन कुमार ने ग्रहण किया सम्मान, भूमि प्रबंधन के लिए देश के शीर्ष जिलों में सरगुजा शामिल

भू-अभिलेखों के आधुनिकीकरण, ग्राम नक़्शों के डिजिटलाइज़ेशन, मॉडर्न रिकॉर्ड रूम आदि हेतु सराहनीय कार्यों पर मिला सम्मान

अम्बिकापुर। कोरबा के वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं नगर पंचायत छुरीकला के एल्डरमेन गोविंद सिंह नेताम की पुत्री एवं सरगुजा की अधीक्षक-भूअभिलेख उषा नेताम एवं उनकी टीम की कर्तव्यनिष्ठा ने सरगुजा को भूमि सम्मान 2023 प्लेटिनम अवार्ड से सम्मानित कराया। कलेक्टर कुंदन कुमार ने राष्ट्रपति से यह सम्मान प्राप्त किया। श्री कुमार के साथ उषा नेताम भी शामिल थी।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के हाथों मंगलवार 18 जुलाई 2023 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में सरगुजा को भूमि सम्मान 2023 प्लेटिनम अवार्ड से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के राजस्व विभाग और सरगुजा जिला प्रशासन को इस उपलब्धि के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश को भूमि प्रबंधन के लिए सम्मान मिलना पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। इस सम्मान समारोह में प्रदेश के दो जिलों सरगुजा के साथ बेमेतरा को भी भूमि प्रबंधन और प्रशासन के लिए भूमि सम्मान प्लेटिनम सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया है। राज्य स्तर पर राजस्व विभाग सचिव श्री नीलम नामदेव एक्का, महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक श्रीमती किरण कौशल, संचालक भूअभिलेख श्री रमेश शर्मा को सम्मान प्रदान किया गया।
विज्ञान भवन नई दिल्ली में राष्ट्रपति के हाथों सरगुजा कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने यह भूमि सम्मान 2023 प्लेटिनम अवार्ड प्राप्त किया। इनके साथ अधीक्षक, भूअभिलेख उषा नेताम तथा सब-रजिस्ट्रार सिद्धार्थ शंकर मिश्रा भी उपस्थित रहे। राष्ट्रपति द्वारा देश में 9 राज्य के 68 जिलों को भू-अभिलेखों के आधुनिकीकरण, ग्राम नक़्शों के डिजिटलाइज़ेशन, अभिलेख़ागार के मार्डनाइजेशन और लैंड रिकॉर्ड्स के क्षेत्र में किए गए सराहनीय कार्यों के लिए “भूमि सम्मान प्लैटिनम अवार्ड” से सम्मानित किया गया है।
गौरतलब है कि डिजिटल इंडिया लैण्ड रिकार्ड मॉर्डनाईजेशन प्रोग्राम (डीआईएलआरएमपी) अंतर्गत प्रदेश में बेहतर काम हुए है जिससे आम लोगों को भूमि संबंधी जानकारियां मिलना आसान हुआ है। डिजिटल इंडिया लैण्ड रिकार्ड मॉर्डनाईजेशन प्रोग्राम (डीआईएलआरएमपी) अंतर्गत प्रदेश में भूमि प्रबंधन से जुड़े 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इसी तरह भूमि प्रबंधन से जुड़े चार घटकों, लैण्ड रिकार्ड का डिजिटाइजेशन, पंजीयन कार्यालय से समन्वय, मॉडल रिकार्ड रूम की स्थापना में प्रदेश के सरगुजा जिले में शतप्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुके है। सरगुजा जिला भूमि प्रबंधन में देश के शीर्ष जिलों में शामिल है।