कोरबा में रेत पर फिर मची रार, एक पक्ष ने दर्ज कराया एफआईआर ,दूसरे पक्ष ने की भयादोहन की शिकायत ,जानें मामला ….

कोरबा। रेत के कारोबार से जुड़े कुछ लोगों और आरटीआई कार्यकर्ता के बीच एक बार फिर तकरार शुरू हो गई है। आरटीआई कार्यकर्ता की रिपोर्ट पर जहां थाना में एफआईआर दर्ज हुई हैं वहीं रेत कारोबारियों ने उस पर भयादोहन करने तथा झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाकर शिकायत किया है।

इस मामले में कोतवाली थाना अंतर्गत पुरानी बस्ती दुरपा रोड निवासी टामेश अग्रवाल ने पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायत में कहा है कि वह रेत ट्रेडिंग का काम करता है। पिछले कुछ दिनों से मनीष राठौर के द्वारा उसे व अन्य लोगों के द्वारा संपर्क कर अवैध रूप से रकम उगाही की नीयत से डरा-धमका कर भयादोहन के इरादे से पैसे की मांग की जा रही है। कहा जा रहा है कि जहां-जहां रेत भेजा जा रहा है उस सभी जगह का कमीशन चाहिए। रेत परिवहन में लगी उसकी गाडिय़ों को पकडक़र परेशान किया जाता है। आरोप है कि पैसे न देने पर दबाव बनाने के लिए मनीष के द्वारा 28 जुलाई को सीएसईबी चौकी में एक झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है जबकि वह घटनास्थल पर था ही नहीं। टामेश ने कहा है कि घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरे मौजूद है जिसका निरीक्षण किया जा सकता है। मनीष राठौर द्वारा पूर्व में भी शहर के और लोगों को डरा धमका कर पैसे वसूलने का काम किया जाता रहा है जिससे उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज है।
इसी तरह पुरानी बस्ती निवासी राम कुमार देवांगन पिता स्व. छेदीलाल ने सिविल लाइन थाना में शिकायत किया है कि उसके पास 2 टीपर वाहन है जिनसे रायल्टी वाली रेत का परिवहन करता है। दो दिन पूर्व मनीष राठौर द्वारा रिस्दी चौक पर उसके रेत परिवहन में लगे वाहन को रोक कर खुद को आरटीआई कार्यकर्ता बता कर चालक को डराया धमकाया गया। पहले भी वह ऐसा कर वसूली करता रहा है और खनिज विभाग एवं पुलिस को अपनी मुट्ठी में होना बताता है। उसके भय से वह ठीक से अपनी गाडिय़ां नहीं चला पा रहा है जिससे परिवार के भरण-पोषण में मुश्किल हो रही है।

मनीष की रिपोर्ट पर दर्ज है एफआईआर

दूसरी तरफ मनीष राठौर पिता मेवालाल राठौर ने 28 जुलाई को शाम करीब 7 बजे अमृत तुल्य चाय दुकान में आकर की गई शिकायत को वापस लेने के लिए जान से मारने की धमकी देने की रिपोर्ट रेत कार्य करने वाले तामेश अग्रवाल, पुष्पेश अग्रवाल, सुदामा कलवानी, रामकुमार पुरानी बस्ती निवासी के विरूद्ध सीएसईबी पुलिस चौकी में दर्ज कराया है। मनीष के मुताबिक उसके द्वारा अवैध रेत भण्डारण की शिकायत जिला प्रशासन एवं मंत्रालय स्तर पर की जा रही थी जिससे क्षुब्ध होकर अवैध रेत कार्य करने वालों के द्वारा मोबाइल पर लगभग 6 बार फोन किया गया। फोन नहीं उठाने पर चाय दुकान में आकर शिकायत वापस लेने की धमकी, झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई। उक्त घटना के समय शोएब, कादिर, ईश्वर भी वहां थे। मनीष की रिपोर्ट पर चारों लोगों के विरुद्ध धारा 294,506, 34 भादवि के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है।