एनटीपीसी लारा की 800 मेगावाट की दो नई यूनिट साढ़े 4 साल में हो जाएगी तैयार ,क्षमता बढ़कर हो जाएगी 3200 मेगावाट

रायगढ़ । आखिरकार एनटीपीसी लारा के सेकंड स्टेज के तहत बनने वाली दो यूनिटों का वर्क ऑर्डर जारी हो गया है। इस बार काम भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को मिला है जो साढ़े चार साल में दोनों यूनिट स्थापित कर देगी। इसके बाद एनटीपीसी की क्षमता 3200 मेगावाट हो जाएगी।

देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी ने देर से ही सही बहुप्रतीक्षित फैसला लिया। बोर्ड ने लारा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के दूसरे चरण के लिए निवेश प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। करीब 15,529 करोड़ रुपए की लागत से 800-800 मेगावाट की दो नईयूनिट की स्थापना की जाएगी। 2009 में ही राज्य सरकार के साथ 4000 मेगावाट का थर्मल पावर प्लांट लगाने का एग्रीमेंट हुआ था। 800 मेगावाट की पांच यूनिटों का निर्माण होना है। पहले चरण में 1600 मेगावाट की दो इकाइयां चल रही हैं। अब दो और यूनिटों का काम भी जल्द शुरू होगा। भेल को डिजाइन, इंजीनियरिंग, उत्पादन, सप्लाई, निर्माण, इरेक्शन के साथ सिविल और स्ट्रक्चर से संबंधित सारे काम करने हैं। इसका ऑर्डर जारी हो चुका है। भेल को पहला यूनिट 48 महीने और दूसरा यूनिट 52 महीने में प्रारंभ करना है।

नहीं लगेगी और जमीन

एनटीपीसी ने करीब 2400 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था जिसमें से स्टेज वन में करीब 1400 एकड़ का उपयोग हो चुका है। अब 1000 एकड़ जमीन बची है जो स्टेज टू में काम आएगी। प्लांट को कोयले की आपूर्ति तलाईपाली माइंस से होनी है। पहला यूनिट 30 सितंबर 2019 को प्रारंभ हुआ था जबकि दूसरे यूनिट का संचालन 20 जुलाई 2020 को शुरू हुआ। दो और यूनिट प्रारंभ होने से जिले में बिजली की समस्या नहीं के बराबर रह जाएगी।