कोरबा। एसईसीएल की विभिन्न कोयला परियोजना से प्रभावित भूविस्थापितों को नौकरी,बसाहट, मुआवजा व अन्य विभिन्न मुद्दों को लेकर माकपा, किसान सभा सहित अन्य संगठनों के द्वारा पूर्व घोषणा के अनुसार कुसमुंडा में आर्थिक नाकाबंदी शुरू कर दी गई है। 50 से अधिक गांव के भू विस्थापित इस आंदोलन में शामिल हो रहे हैं।
यहां बताना होगा कि एसईसीएल के गेवरा,दीपका एवं कुसमुंडा परियोजना में भू -अर्जन के दशकों बाद भी नौकरी,बसाहट, मुआवजा की मांग को लेकर भूविस्थापित संघर्षरत हैं। चुनावी वर्ष में भविस्थापितों का आक्रोश जनआंदोलन का रूप ले रहा है । किसान सभा के नेतृत्व में समस्त परियोजना प्रभावित भू -विस्थापितों ने कोल परिवहन कार्य बाधित कर आर्थिक नाकेबंदी शुरू कर दी है। जिससे कुसमुंडा में कोल परिवहन में संलग्न हजारों वाहनों के पहिए थम गए हैं। इस आर्थिक नाकेबंदी में 50 से अधिक गांव के भू -विस्थापित शामिल होकर अपनी मांग मुखर कर रहे हैं।