छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के इस गांव में 3 दिनों से बिजली गुल,टेंशन फुल, आक्रोशित ग्रामीणों ने जेई को पीटा ,डायल 112 के जवानों ने बचाई जान ,जेई ने दर्ज कराई शिकायत,जानें मामला …..

कोरबा। बिजली विभाग की लचर कार्य प्रणाली और मैदानी अमले की लगातार बनी हुई कमी का खामियाजा जेई को भुगतना पड़ गया। ग्राम उमरेली में 3 दिन से बिजली नहीं होने की शिकायत पर जब जेई सुधार कार्य कराने की मंशा से गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें घेरकर अपना गुस्सा उतारा और उनके साथ मारपीट को अंजाम दिया गया।

जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी के बरपाली सब स्टेशन के अंतर्गत आने वाले उमरेली गांव में फॉल्ट पिछले दो-तीन दिनों से तलाशा जा रहा था, कर्मचारी इस काम में लगे हुए थे और सूचना पर बरपाली सब स्टेशन में पदस्थ जेई संदीप मानिकपुरी, लाइनमैन व स्टाफ के साथ कल शाम करीब 4 बजे गांव पहुंचे थे। गांव पहुंचे जेई को देखकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। चूंकि कल ही गांव में बीदर का त्यौहार भी मनाया जा रहा था इसलिए अधिकांश लोग नशे में भी थे। इनके द्वारा जेई को घेर कर उनके साथ हाथ-मुक्का से मारपीट की जाने लगी और कॉलर पकड़कर झूम झटकी भी किया गया। जेई को गिरा देख लाइनमैन और स्टाफ ने बचाव किया तो इन्हें भी घेर लिया गया। इस दौरान एक ग्रामीण ने जेई को वहां से निकाल कर अपने घर में पनाह दिया और ग्रामीण उसके घर के बाहर इकट्ठा हो गए थे। किसी तरह जेई ने इसकी सूचना डायल 112 को दिया। बरपाली में तैनात 112 की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। मौके पर करीब 100 से 200 की संख्या में ग्रामीणों को इन्होंने इकठ्ठा होना पाया। किसी तरह ग्रामीणों को समझाइस देने का प्रयास किया कि बिजली जल्द ही आ जायेगी और किसी तरह जेई तक पहुंचे। वहां से जेई को सुरक्षित निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी लेकिन 112 कोबरा 2 के कर्मियों आरक्षक हरमेश खूंटे,चालक कोमल साहू ने काफी विवेक का परिचय दिया और सूझबूझ के साथ जेई व अन्य लोगों को बाहर निकाल कर उरगा थाना ले जाया गया। जेई ने थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराया है।

एक दिन पहले ही पहुंचा था प्रशासन, नहीं की कोई शिकायत

कल 15 सितंबर को जेई के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया जबकि इससे ठीक 1 दिन पहले ग्राम उमरेली में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत,सांसद, कलेक्टर सौरभ साहू सहित प्रशासन के अधिकारी महाविद्यालय के उद्घाटन में पहुंचे थे लेकिन इस दौरान उपस्थित किसी भी जनप्रतिनिधि/ पंचायत प्रतिनिधि अथवा ग्रामीण ने वहां बिजली से संबंधित कोई भी शिकवा- शिकायत नहीं किया और दूसरे दिन बिजली की समस्या को लेकर शासकीय कर्मचारी JE से मारपीट कर दिये जो समझ से परे है।