तेलंगाना में प्रचंड जीत के बाद कांग्रेस ने किया सरकार बनाने का दावा ,अनुमुला रेवंत रेड्डी हो सकते हैं सीएम पद के दावेदार ….

हैदराबाद । तेलंगाना के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक सोमवार सुबह होगी।

उन्होंने बताया कि राज्यपाल से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के प्रभारी महासचिव मणिकराव ठाकरे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनुमुला रेवंत रेड्डी, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी, अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सभी पर्यवेक्षक शामिल थे। शिवकुमार भी इन पर्यवेक्षकों में से एक हैं। राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल से क्या कहा, इसके बारे में उन्होंने जानकारी देने से इन्कार कर दिया। लेकिन उन्होंने यह जरूर बताया कि पार्टी ने सरकार बनाने के लिए 65 सदस्यों के समर्थन का दावा किया है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने 64 सीटों पर जीत हासिल की है और एक सीट चुनावपूर्व गठबंधन सहयोगी भाकपा ने जीती है। कांग्रेस ने यह चुनाव रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में लड़ा है और उन्हें ही राज्य का अगला मुख्यमंत्री माना जा रहा है। 56 वर्षीय रेवंत ने रविवार को शीर्ष पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और शपथ ग्रहण समारोह के सुरक्षा प्रबंधों पर चर्चा की। शपथ ग्रहण चार या नौ दिसंबर को हो सकता है। पत्रकारों से बातचीत में रेवंत रेड्डी ने कहा कि यह जनता का जनादेश है। सीधी बात यह है कि लोग बदलाव चाहते थे। वे केसीआर को हराना चाहते थे और उन्होंने केसीआर को हरा दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य में लोकतंत्र को पुनर्जीवित करेगी और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी। रेवंत रेड्डी ने बताया कि मुख्यमंत्री के सरकारी आवास प्रगति भवन का नामकरण आंबेडकर प्रजा भवन किया जाएगा।केटीआर ने दी कांग्रेस को बधाई केसीआर के बेटे और बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने कांग्रेस को जीत की बधाई देते हुए लगातार दो बार बीआरएस को सेवा का मौका देने के लिए जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम निराशाजनक हैं, लेकिन वह दुखी नहीं हैं। एआईएमआईएम की सातों सीटें बरकरार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने हैदराबाद के पुराने शहर में अपनी सातों सीटें बरकरार रखी हैं। इन सीटों पर पार्टी 2009 से जीत हासिल करती आ रही है। पार्टी ने नौ सीटों पर चुनाव लड़ा था। खास बात यह है कि कांग्रेस को 24 सीटों वाले ग्रेटर हैदराबाद में एक भी सीट नहीं मिली है और यहां बीआरएस ने 16 सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा के तीनों सांसद हारे भाजपा ने विधानसभा चुनावों में तीन सांसदों को भी मैदान में उतारा था, लेकिन तीनों ही चुनाव हार गए है। ये हैं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बंडी संजय कुमार, अरविंद धर्मपुरी और सोयम बापू राव। भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में एक सीट जीती थी और उपचुनावों में दो सीटों पर जीत हासिल की थी। लिहाजा उसके तीन विधायक थे जो इस चुनाव में बढ़कर आठ हो गए हैं। लेकिन इस चुनाव में उसके दो वर्तमान विधायक हार गए हैं। दोनों ने ही उपचुनावों में जीत हासिल की थी।