रायपुर/बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बिरनपुर हिंसा में प्रभावित साजा से नवनिर्वाचित विधायक ईश्वर साहू के छोटे बेटे कृष्णा साहू को पुलिस में अनुकंपा नियुक्ति दी जा रही है। इस बाबत एसपी कार्यालय बेमेतरा से कृष्णा के नाम पत्र जारी कर उनसे जरूरी कागजात मांगे गए हैं।
बता दें कि , बिरनपुर हिंसा में विधायक ईश्वर साहू के बड़े बेटे भुवनेश्वर साहू की मौत हो गई थी। तब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उनके परिवार से किसी एक को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। लेकि उन्होंने मुआवजा और सरकारी नौकरी का सरकारी प्रस्ताव ठुकरा दिया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कृष्णा इस नौकरी का प्रस्ताव स्वीकारते हैं या नहीं।
कृष्णा साहू के नाम भेजे गए पत्र में बेमेतरा एसपी ने 8 अप्रैल को हुई हिंसा का जिक्र करते हुए लिखा है कि, पारिवारिक सहमति के आधार पर आरक्षक (जीडी) के पद पर कृष्णा साहू को नियुक्त किया जाना है। जिसके संबंध में उनसे जरूरी कागजात एसपी ऑफिस में पेश करें है। ताकि उन्हें आरक्षक के पद पर नियुक्त कर पीएक्यू को सूचित किया जा सके।
बिरनपुर हिंसा में भुवनेश्वर साहू ने गंवानी पड़ी थी अपनी जान
करीब 8 महीने पहले 8 अप्रैल, 2023 को बिरनपुर में दो गुटों हिंसक झड़प में भुवनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक, एक बच्चे से मारपीट के बाद दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया था। इस मामले में बिरनपुर और सााज के कई गांव में दो हफ्ते तक कर्फ्यू लगा रहा और दोनों समुदाय के दर्जनों लोगों की गिरफ्तारियां हुईं थी।इस मामले को लेकर बीजेपी लगातार भूपेश बघेल सरकार पर हमलावर रही थी। बिरनपुर हिंसा में मारे गए भुवनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को बीजेपी अपना उम्मीदवार बनाया था जो अब जीत कर विधायक बन चुके हैं। ईश्वर साहू कांग्रेस के कद्दावर मंत्री रवींद्र चौबे को बड़े अंतर से हराया है।