कोरबा। फोरलेन सडक़ के एक हिस्से कोरबा-चांपा मार्ग का निर्माण चल रहा है जबकि कटघोरा से कोरबा तक के फोरलेन सडक़ निर्माण काम अब तक प्रारंभ नहीं हो सका है। जमीन अधिग्रहण विवाद में मामला फंसने की वजह से अब तक इसका टेंडर नहीं हो सका है। बीच में लेआउट और डिजाइन बदलने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब तक यह फाइनल नहीं हो सका है। गोपालपुर से कटघोरा के बीच आधा दर्जन पुल जर्जर स्थिति में है। पीडब्ल्यूडी के पास फंड नहीं है इसलिए पुल की रेलिंग की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। रेलिंग में बांस-बल्ली बांधकर काम चलाया जा रहा है। दर्री से लेकर गोपालपुर तक सडक़ चौड़ीकरण का काम पूरा हो चुका है।
गोपालपुर से कटघोरा तक की सडक़ का चौड़ीकरण अब तक नहीं हो सका है। सडक़ पर लगातार वाहनों का दबाव बढ़ रहा है। इस दबाव के बीच सडक़ के संकरे पुल-पुलिया और उसकी रेलिंग भी टूटकर लटक रही है।गौरतलब है कि कटघोरा-कोरबा मार्ग के कुछ हिस्से में पिछले महीने डामरीकरण कराया गया था, लेकिन पुल की मरम्मत उस काम के हिस्से में शामिल नहीं था, इसलिए पुल को उसी हाल में छोड़ दिया गया है।जेंजरा के समीप कटघोरा चौराहे पर आएदिन वाहन टकराते हैं।दरअसल चौक बीते पांच साल से अव्यवस्थित है। इतने व्यस्त चौक पर एक भी हाइमास्ट लाइट नहीं लगी है। शाम के बाद चौक के बीचोबीच रखे स्टॉपर से वाहन भिड़ जाते हैं।अभी गोपालपुर से लेकर कटघोरा बायपास तक करीब 15 किमी सडक़ पर इन दिनों सबसे अधिक वाहनों का दबाव है। दरअसल अब तक इस मार्ग पर कोयला, फ्यूल टैंकर व सिलेंडर के वाहनों का ही दबाव था, लेकिन अब राखड़लोड वाहनों के दिनभर आवाजाही से छोटे वाहन चालकों के लिए सडक़ परेशानी का सबब बन चुके हैं।