आदिवासी बाहुल्य जिलों से मानव तस्कर गिरोह युवतियों को मजदूरी या सैर सपाटे के बहाने बड़े शहरों में ले जाते हैं और वहां उनका सौदा कर दिया जाता है। पढ़िए पूरी खबर-
बैतूल। बैतूल पुलिस ने एक बड़े मानव तस्कर गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो मज़दूरी या सैर सपाटा करवाने के बहाने से आदिवासी क्षेत्र की युवतियों को अपने साथ ले जाकर देह व्यापार के दलदल में फंसा देते हैं। मामला मुलताई थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली कि एक सफेद बोलेरो में कुछ आदिवासी लड़कियों को लेकर तीन संदिग्ध लोग बैतूल की तरफ रवाना हुए हैं। पुलिस ने तत्काल मुलताई नागपुर और छिंदवाड़ा नागपुर रोड पर दो चैकिंग पॉइंट बनाए। जब बोलेरो वाहन चैकिंग पॉइंट पर रुका तो पुलिस ने अंदर बैठी आठ युवतियों को बाहर निकाला और उनसे पूछताछ की। युवतियों ने बताया कि तीन लोग उन्हें बैतूल स्थित बालाजीपुरम मन्दिर दिखाने के लिए छिंदवाड़ा से लेकर निकले थे, लेकिन रास्ते में वो उन्हें नागपुर जाने के लिए बाध्य करने लगे और इसके लिए वो हर युवती को 5-5 हज़ार रुपये भी देने तैयार थे। विरोध करने पर भी वो नहीं माने और नागपुर ले जाने की ज़िद पर अड़ गए। गनीमत ये रही कि युवतियों के नागपुर पहुंचने से पहले ही बैतूल पुलिस ने घेराबंदी कर युवतियों को तस्करों के चंगुल से रिहा कर लिया। पुलिस ने जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें एक महिला और दो पुरुष हैं, जिनकी केस हिस्ट्री भी खंगाली जा रही है। वहीं युवतियों के परिजनों से सम्पर्क कर उन्हें सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। गौरतलब है कि बैतूल, छिंदवाड़ा, हरदा और होशंगाबाद जैसे आदिवासी बाहुल्य जिलों से मानव तस्कर गिरोह युवतियों को मजदूरी या सैर सपाटे के बहाने बड़े शहरों में ले जाते हैं और वहां उनका सौदा कर दिया जाता है।