प्रखर कोरबा । कोरबा डीईओ को मुंगेली पदस्थापना के दौरान कोरोनाकाल में राज्य भंडार क्रय नियमों का उल्लंघन कर सूखा राशन खरीदी के मामले में निलंबित हुए 4 दिन बीत गए स्कूल शिक्षा विभाग कोरबा में डीईओ या प्रभारी डीईओ की पदस्थापना नहीं कर सका। जिसकी वजह से आकांक्षी जिला कोरबा की शिक्षा एवं विभागीय व्यवस्था चरमरा गई है। छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन से सम्बद्ध संगठनों के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन से अविलंब प्रभारी डीईओ की पदस्थापना किए जाने की मांग की है।
जिला कोरबा जिला शिक्षा अधिकारी विहीन होने के कारण शिक्षा विभाग के कर्मचारियों का अनेक महत्वपूर्ण एवं आवश्यक कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। वर्तमान एक दो माह वैवाहिक योग का समय है अनेक कर्मचारियों के घर परिवार में वैवाहिक कार्यक्रम निर्धारित भी हो गए होंगे इस हेतु वित्तीय व्यवस्था अपने जी पी एफ मद से अग्रिम (एडवांस )एवं पार्ट फाइनल के लिए कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत किए होंगे, ऐसे अनेक गंभीर एवं आवश्यक कार्य यदि नियत समय पर उन आवश्यक विषयों, कार्यों एवं आवेदनों का निराकरण नहीं होने की स्थिति में अनेकों कर्मचारियों के यहां दुखों का पहाड़ टूट पड़ने की आशंका से नकारा नहीं किया जा सकता।जिला प्रशासन को इस पर गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए और अविलंब प्रभारी डी ई ओ की नियुक्ति करनी चाहिए।
जिला प्रशासन किसे डीईओ नियुक्त करेगी यह भी विचारणीय है। नियुक्ति के लिए स्कूल शिक्षा विभाग में प्रशासनिक अनुभव भी महत्वपूर्ण है, स्कूल शिक्षा विभाग के दो महत्वपूर्ण शाखाएं हैं जिसमें (1)प्रशासनिक(2) अकादमीक।प्रथम प्रशासनिक -जो की स्कूल शिक्षा विभाग को पूर्णतया नियंत्रित करता है। दूसरा अकादमिक जो कि स्कूल शिक्षा विभाग में मॉनिटरिंग एवं एकेडमिक सपोर्टिंग, ट्रेनिंग कार्य को संचालित करता है। यदि कोई जिला डीईओ विहीन होता है तो स्कूल शिक्षा विभाग के अन्य प्रशासनिक दायित्वों का निर्वहन करने वाले अधिकारी सहायक संचालकों को प्रभारी डी ई ओ के रूप में नियुक्ति प्रदान की जाती रही है। कोरबा जिले की भांति अन्य कई जिले भी जिला शिक्षा अधिकारी विहीन हो गए है,जहाँ बलरामपुर जिले मे जिला प्रशासन द्वारा प्रभारी डीईओ के रूप मे सहायक संचालक शिक्षा को नियुक्ति प्रदान की गई है, नारायणपूर मे डिप्टी कलेक्टर को अपने मूल कर्तब्यों के साथ प्रभारी डीईओ का दायित्व निर्वहन की भी जिम्मेदारी सौपी गई है।देखना यह है कि कोरबा जिले में जिला प्रशासन इन पहलुओं को अपनी विवेक से कैसे सुलझाते हुए किसे डी ई ओ की ताजपोशी करते हैँ।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला इकाई कोरबा के पदाधिकारी नकुल सिंह राजवाड़े,जे पी खरे,तरुण सिंह राठौर, ओमप्रकाश बघेल, एस एन शिव, टी आर कुर्रे, मानसिंह राठिया, नित्यानंद यादव, सर्वेश सोनी, अनुप सिंह कोराम, संजय चंदेल,आर डी केशकर, अनिल रात्रे,महेंद्र मिश्रा,के डी पात्रे, प्रदीप कुमार कश्यप,प्रवीण कुमार गुप्ता, कमल कुमार गुप्ता, विनोद यादव, गितेश सिंह, आर के सिंह, विनय सोनवानी, अशोक कश्यप,प्रीतम पुराइन एवं छ ग कर्मचारी अधिकारी फ़ेडरेशन के सम्बद्ध संगठनों के सभी जिलाध्यक्षो द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग जिला कोरबा में कार्यरत शिक्षकों, कर्मचारियों के विभिन्न आवश्यक समस्याओं के समाधान हेतु अविलंब प्रभारी डी ई ओ की नियुक्त करने जिला प्रशासन से मांग की गई है।