जमीन खरीदी और बिक्री का मामला: रिटायर्ड ADM एडमंड लकड़ा गिरफ्तार, पुलिस ने अंबिकापुर से पकड़ा; बिल्डर को लाभ पहुंचाने का है आरोप..कोरबा तबादला हुआ तो एक दिन में निपटा दिए 33 मामले…

रिटायर्ड ADM लकड़ा ने जमीन खरीद व बिक्री और नामांतरण से संबंधित 33 मामलों को एक ही दिन निपटा दिया था।

  • बैकुंठपुर में साल 2014 में आदिवासी महिला की जमीन गैर आदिवासी को बेचने का है आरोप
  • कांग्रेस नेता गुलाब कमरो ने की थी शिकायत, बिल्डर को फायदा पहुंचाने का लगा था आरोप

कोरिया । छत्तीसगढ़ के कोरिया के रिटायर्ड अपर कलेक्टर (ADM) एडमंड लकड़ा को बैकुंठपुर की सिटी कोतवाली पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी पुलिस ने अंबिकापुर से की है। रिटायर्ड ADM लकड़ा पर बैकुंठपुर के रामपुर में जमीन खरीद और बिक्री मामले में एक बिल्डर को लाभ पहुंचाने का आरोप है।

यह मामला साल 2014 का बताया जा रहा है। आरोप है कि उन्होंने एक आदिवासी महिला की जमीन को गैर आदिवासी को बेचा था। बताया जा रहा है कि कोरिया SP के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। उन्हें गिरफ्तार कर बैकुंठपुर लाया गया है। उनसे पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया। इस संबंध में और लोगों की भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

कोरबा तबादला हुआ तो एक दिन में निपटा दिए 33 मामले
रिटायर्ड ADM लकड़ा ने जमीन खरीद व बिक्री और नामांतरण से संबंधित 33 मामलों को एक ही दिन निपटा दिया था। इसको लेकर कांग्रेस नेता गुलाब कमरो ने शिकायत की थी। इसी के बाद 28 अगस्त 2014 को उनका कोरबा तबादला किया गया। तत्कालीन कलेक्टर एस. प्रकाश ने जिला पंचायत के CEO संजीव झा को जांच सौंपी थी।

जांच रिपोर्ट आने पर 21 मामलों पर रोक लगाई गई
जांच रिपोर्ट आने के बाद 2016 में 21 मामलों पर रोक लगा दी गई थी। जमीन विवाद के 10 मामले 26 अगस्त को दर्ज किए गए और 28 अगस्त को ही ADM लकड़ा ने फैसला कर दिया। जबकि भूमि बेचने से पहले अनुमति और इश्तहार जारी करने में 15 दिन से अधिक का समय लगता है। कई मामलों में पटवारी और तहसीलदार का प्रतिवेदन तक नहीं था।