कोरबा के बालगृह के पालना में मिली नवजात बालिका ,बेटी होने की मिली सजा या प्रेम प्रसंग का परिणाम ! सुरक्षित मातृछाया भेजी गई मासूम

कोरबा । छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में ममता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है । यहाँ दर्री स्थित बालगृह के पालना में किसी ने नवजात बालिका को छोड़ दिया है। संचालक मण्डल के सदस्यों को निरीक्षण के दौरान एक कैरी बैग मिला,जिसमें पड़ोसी जिला जांजगीर -चाम्पा का नाम लिखा हुआ है। बहरहाल बाल गृह की संचालनकर्ता एनजीओ स्रोत ने इसकी सूचना दर्री पुलिस को दे दी है ,बच्ची को मातृछाया में सुरक्षित रखा गया है।

घटना के सबंध में बाल गृह के संचालनकर्ता संस्था स्रोत के डायरेक्टर डिक्सन मसीह ने बताया कि रोजाना की तरह गुरुवार की प्रातः संस्था के कमर्चारी बाल गृह में अपने कार्य दायित्व निर्वहन में लगे थे। इस दौरान तकरीबन 10 बजे बाल गृह का कर्मचारी कृष्णकुमार साहू बाहर निकले। जहां उनकी नजर पालना (बेबी झूला) पर पड़ी। जिसमें एक नवजात बालिका खेल रही थी। कृष्णकुमार ने इसकी जानकारी संस्था के डायरेक्टर डिक्सन मसीह को दी। उन्हें वहां निरीक्षण के दौरान एक कैरी बैग मिला,जिसमें पड़ोसी जिला जांजगीर -चाम्पा का केरा चौक लिखा हुआ है। बहरहाल बाल गृह की संचालनकर्ता एनजीओ स्रोत ने इसकी सूचना दर्री पुलिस को दे दी है ,बच्ची को मातृछाया में सुरक्षित रखा गया है।

बेटी होने या फिर लोकलाज का डर

कयास लगाया जा रहा है कि बेटी होने की वजह से या फिर प्रेम प्रसंग के दौरान जन्मीं बालिका को लोकलाज की डर से अज्ञात लोग पालना में छोंड़कर भाग गए।

वर्जन

पुलिस को दे दी है सूचना

घटना की सूचना दर्री पुलिस को दे दी है।बच्ची को मातृछाया में सुरक्षित रखा गया है।

डिक्सन मसीह ,डायरेक्टर स्रोत