अवैध प्लाटिंग :राजधानी में एक्शन में प्रशासन , उर्जानगरी में मुहूर्त का इंतजार !कब सुध लेगी नगर सरकार

रायपुर। नगर निगम द्वारा अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई की जा रही है। निगम ने बोरियाखुर्द दुर्गा विहार कालोनी डूंडा में अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई की। कई प्लाटों की चारदीवारी व ढांचे को ध्वस्त किया। यहां लगभग पांच एकड़ जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए बाउंड्री व डीपीसी को तोड़ा गया। राजधानी में हुए अवैध कार्रवाई के बाद कोरबावासियो को भी मुहूर्त का इंतजार है।

निगम की इस कार्रवाई के खिलाफ लोगों ने सवाल खड़े किए। लोगों ने कहा कि बिल्डरों ने उन्हें यह जमीन बेची। उन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती है? प्लाट अवैध है तो रजिस्ट्री क्यों होती है? ऐसा नियम ही क्यों बनाया गया है कि पहले रजिस्ट्री कराइए फिर अपनी जमापूंजी खर्च कर प्लाट में कराए गए डीपीसी व बाउंड्रीवाल को निगम तोड़ दे?
कई लोगों ने कहा कि जब उन्होंने प्लाट खरीदा तो वैध और अवैध के संबंध में जानकारी ही नहीं थी। निगम की कार्रवाई के बाद उन्हें पता चला कि उनका प्लाट अवैध है। निगम की कार्रवाई के दौरान कई लोगों के घरों की बिजली तक काट दी गई। जिसे लेकर वहां के रहवासियों ने कहा कि हमारा कनेक्शन अवैध कैसे हुआ? हमने तो पैसा देकर टीसी कनेक्शन लिया है। इसके बाद लाइट जलाते हैं। समय पर बिजली बिल भी पटाते हैं। इसके बाद निगम ने हमारा कनेक्शन ध्वस्त किया।

निगम के चक्कर काट रहे लोग

दुर्गा विहार क्षेत्र में निगम की कार्रवाई के बाद वहां के लोग निगम दफ्तर का चक्कर काट रहे हैं। बताया जा रहा है कि अभी मामला ताजा है इसलिए कोई उन्हें सही राह नहीं बता रहा, लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से लोग कुछ न कुछ रास्ता निकालकर घर बनाना शुरू कर देंगे।

तो रजिस्ट्री क्यों होती है

इस अवसर पर निगम ने लगभग दो करोड़ से अधिक की डीपीसी को कार्रवाई कर उखाड़ फेंका। वहां के ही कुछ रहवासियों ने बताया कि लगभग एक हजार से बारह सौ प्लाट यहां पर मौजूद हैं। एक प्लाट के पीछे डीपीसी के लिए लगभग 20 हजार खर्च हुआ। छह घंटे की कार्रवाई में दो करोड़ से अधिक की डीपीसी निगम ने तोड़ दी।