रिकी पोंटिंग से क्यों बोले चेतेश्वर पुजारा- मुझे बैटिंग करना आता है..

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट में चेतेश्वर पुजारा की स्लो बैटिंग पर विवाद खड़ा हो गया है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिंग ने तंज कसते हुए कहा कि पुजारा की बैटिंग अप्रोच सही नहीं थी। इस पर पुजारा ने जवाब देते हुए कहा कि मुझे बैटिंग करना आता है।

इस विवाद में सोशल मीडिया यूजर्स भी कूद पड़े हैं। उन्होंने पुजारा की तुलना भारत के पूर्व दिग्गज राहुल द्रविड़ से कर दी। यूजर्स ने दोनों की तुलना करते हुए असली वॉल और जो वॉल हमें मिला जैसे कमेंट्स किए।

पोंटिंग का पुजारा पर तंज
पोंटिंग ने पुजारा की आलोचना करते हुए कहा कि पुजारा ने सही अप्रोच से बैटिंग नहीं की।

मेरा मानना है कि उन्हें बैटिंग के दौरान और एक्टिव होना चाहिए था और ज्यादा तेजी से रन करने चाहिए थे। इससे उनके साथी बल्लेबाज पर दबाव कम पड़ता। स्लो बैटिंग से सामने वाले बल्लेबाज पर उन्होंने काफी दबाव डाल दिया।

पुजारा ने दिया जवाब

इस पर पुजारा ने कहा कि उन्हें बैटिंग करना आता है। उन्होंने कहा कि मैं अपनी बैटिंग को लेकर कॉन्फिडेंट हूं। मैं उसी अंदाज में बैटिंग करूंगा, जैसा मैं जानता हूं। मैं अपने रोल को समझता हूं और उसी मुताबिक बैटिंग किया। कई बार हमें परिस्थितियों के अनुसार बैटिंग करनी होती है और पार्टनशिप बिल्ड करना होता है।

पुजारा ने कहा कि कमिंस ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने कहा जिस गेंद पर मैं आउट हुआ वह शायद इस सीरीज की बेस्ट बॉल थी। हर किसी का दिन होता है। कमिंस ने मुझे इस सीरीज में 4 बार आउट किया। वे वाकई अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। कमिंस इस सीरीज की 5 पारियों में से चार बार पुजारा को आउट कर चुके हैं।

बता दें कि तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया के लिए शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा दोनों ने एक-एक फिफ्टी लगाईं। हालांकि, फिफ्टी लगाने के बाद भी पुजारा फैंस के निशाने पर हैं, क्योंकि यह उनके टेस्ट करियर की सबसे धीमी फिफ्टी है। पुजारा ने 50 रन बनाने के लिए 174 बॉल का सामना किया और फिफ्टी लगाते ही आउट हो गए थे।