आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की बैठक
खिलाड़ियों को रिलीज करने की प्रक्रिया 21 जनवरी तक
नई दिल्ली : सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy) रविवार से शुरु हो रहा है। इसके साथ ही भारत के घरेलू सत्र का भी आगाज हो रहा है। साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2021) के तमाम फ्रेंचाइजी मैनेजमेंट की नजर इस टूर्नामेंट पर टिक जाएगी। क्योंकि कुछ ही दिन बाद खिलाड़ियों की नीलामी होनी है।
बताया जा रहा है कि ज्यादातर टीमें अपने खिलाड़ियों को रिलीज करने जा रही हैं, लेकिन एमएस धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स एक अलग वजह से खिलाड़ियों को रिलीज करने जा रही है।
हालांकि, यह सही है कि खिलाड़ियों को बदलने की जरूरत भी है, लेकिन एक बड़ी वजह दूसरी भी है।
सूत्रों की मानें तो चेन्नई सुपर किंग्स अपने सात से आठ खिलाड़ियों को रिलीज करने जा रही है। इसमें वैसे कुछ खिलाड़ियों को लेकर सवाल और बहस की जा सकती है। हो सकता है कि या तो किसी दूसरी टीम के लिए खेलते दिखायी पड़ सकते है, या फिर हमेशा के लिए टूर्नामेंट से ही विदा हो जाएं।
दरअसल, 4 जनवरी को आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में तय हुआ था कि फ्रेंचाइजी जिन खिलाड़ियों को रिलीज करना चाहती हैं या उनकी जगह किसी दूसरी टीम से खिलाड़ी बदलना चाहती हैं तो यह प्रक्रिया 21 जनवरी तक पूरी कर लें।
बहरहाल, रिपोर्ट के अनुसार चेन्नई सुपर किंग्स 7-8 बड़े खिलाड़ियों को रिलीज करने जा रही है। इसमें केदार जाधव, हरभजन सिंह, ड्वेन ब्रावो, इमरान ताहिर, कर्ण शर्मा, पीयूष चावला जैसे खिलाड़ियों का नाम शामिल है। अगर ऐसा हुआ तो नए सीजन में चेन्नई का क्लेवर बहुत हद तक बदल जाएगा। लेकिन कर्ण शर्मा और पीयूष को लेकर बहस हो सकती है, तो फैंस के बीच विमर्श केदार के लिए भी हो सकता है।
यहां आप को बता दें कि चेन्नई के पास खरीददारी के लिए सिर्फ 0.15 लाख रुपये ही बचे हैं। जाहिर है कि जब जेब में पैसे ही नहीं हैं और बेहतर व नए खिलाड़ी भी खरीदने हैं, तो रास्ता यही बचता है कि पुराने खिलाड़ियों को रिलीज किया जाए। ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने कुछ खिलाड़ियों को रिलीज करने का फैसला किया है। यह सभी वह खिलाड़ी हैं जिनका प्रदर्शन 2020 के आईपीएल में बहुत अच्छा नहीं रहा था।