3 माह की बेटी ,4 साल का बेटा ,बिलख पड़े बलिदानी विनोद सिंह के पिता,बोले फक्र है कि बेटा देश का काम आया ….

जम्मू कश्मीर । जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपना बलिदान देने वाले अठुरवाला निवासी विनोद भंडारी (33) पुत्र बीर सिंह भंडारी के घर में जैसे ही खबर मिली तो कोहराम मच गया। उनके माता-पिता, दादी, तीन बहनों और अन्य परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

उनका पार्थिव शरीर आज शाम तक अन्य शहीदों के साथ एयरपोर्ट पहुंचने की संभावनाएंहैं। नायक विनोद सिंह के पिता बीर सिंह भंडारी ने कहा कि वह खुद भी फौज में रहे हैं। उन्हें फक्र है कि उनका बेटा देश के काम आया है, लेकिन बेटे के छोटे बच्चों को देखकर वो खुद पर काबू नहीं रख पा रहे हैं।
शहीद विनोद तीन बहनों के अकेले भाई थे। उनका एक चार साल का बेटा और एक तीन माह की बेटी है। बेटी के जन्म पर वो घर पर ही थे। करीब दो माह पहले ही वो वापस गए थे। विनोद सिंह मूल रूप से जाखणीधार, टिहरी के थे।

क्षेत्रीय विधायक बृजभूषण गैरोला व अन्य भाजपाई और आसपास के लोग नायक विनोद सिंह के घर पहुंचे। विधायक ने कहा कि उत्तराखंड वीर भूमि है। शहीदों के बलिदान को याद रखा जाएगा। और विनोद भंडारी के परिवार की हर संभव मदद की जाएगी।

सोमवार को जम्मू के कठुआ में आतंकियों द्वारा किए गए हमले में उत्तराखण्ड के पांच जवान शहीद हो गए थे। आतंकी हमले में जनपद रुद्रप्रयाग निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह रावत, जनपद पौड़ी निवासी हवलदार कमल सिंह, जनपद टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह, जनपद पौड़ी निवासी राइफलमैन अनुज नेगी, जनपद टिहरी गढ़वाल निवासी आदर्श नेगी ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।

कठुआ के बिलावर उपजिले में बदनोता के बरनूड इलाके में जेंडा नाले के पास सेना के एक वाहन पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला कर दिया।