कलेक्टर ने सेजेस एनसीडीसी का किया निरीक्षण, कहा -निर्माण कार्य में प्रगति लाएं , नगर निगम आयुक्त को साप्ताहिक मॉनिटरिंग के दिए निर्देश

कोरबा । कलेक्टर अजीत वसंत ने बुधवार को सुभाष ब्लॉक में निर्माणाधीन स्वामी आत्मानन्द हिंदी माध्यम शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय एनसीडीसी के कार्यों का अवलोकन किया। निर्माण कार्य समय पर पूर्ण नहीं किए जाने पर उन्होंने अलग से दिए गए चार माह की अवधि के भीतर गुणवत्तापूर्ण कार्य करते हुए काम समाप्त करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने इस कार्य में लगे इंजीनियर को भी निर्देशित किया कि क्वालिटी से कोई समझौता नहीं किया जाए। निर्माण कार्य की सतत मॉनिटरिंग करने के साथ उन्होंने स्कूल भवन के निर्माण कार्य में इंजीनियर की तरफ से भी कुछ नया करने का सुझाव दिया और कहा कि भवन पूर्ण होने पर किसी तरह की कमी नजर नहीं आनी चाहिए। उन्होंने नगर निगम आयुक्त श्रीमती प्रतिष्ठा ममगई को निर्देशित किया कि शहर के 10 बड़े कार्यों की सूची बनाकर प्राथमिकता से इन कार्यों का साप्ताहिक समीक्षा करते हुए समय पर पूर्ण कराए।
सेजेस एनसीडीसी विद्यालय का निरीक्षण कर कलेक्टर ने लैब,लाइब्रेरी कक्ष,क्लास रूम, असेम्बली हॉल आदि का अवलोकन किया। उन्होंने विद्यालय के प्राचार्या श्रीमती अलका फिलिप्स से विद्यार्थियों की संख्या,व्याख्याता सहित अन्य जानकारी ली। कलेक्टर ने प्राचार्या से कहा कि संस्था प्रमुख होने के नाते यहां हो रहे निर्माण कार्यों के संबंध में पर्याप्त जानकारी रखने के साथ कार्य की गुणवत्ता को भी मॉनिटर करें। उन्होंने ठेकेदार को भी समय पर कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ संबित मिश्रा, निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगई सहित निर्माण से जुड़े इंजीनियर उपस्थित थे।

सोंच बड़ा रखें ,प्रयास करें, सफलता जरूर मिलेगी

सेजेस एनसीडीसी स्कूल में निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण करने के साथ ही कलेक्टर श्री वसंत ने कक्षा बारहवीं के क्लास में जाकर विद्यार्थियों से चर्चा की। उन्होंने विद्यार्थियों की अभिरुचि की जानकारी ली और लक्ष्य हासिल करने के लिए अपनी सोच को बड़ा रखने,ऊंचे सपने देखने तथा प्रयास जारी रखते हुए लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने बोर्ड परीक्षा के हिसाब से अच्छे से तैयारी करते हुए बेहतर कॅरियर बनाने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। कलेक्टर ने शहरी क्षेत्र का स्कूल होने और सुविधाएं उपलब्ध होने की बात कहते हुए प्राचार्या को शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के निर्देश दिए और अंक प्रतिशत बढ़ाने कहा।