कोरबा । शिवाजी नगर में स्थित तेलुगु समुदाय द्वारा विगत 26 वर्षों से से गणेश उत्सव मनाया जा रहा है। इस वर्ष भी समिति के द्वारा रामलला के रूप में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा का स्थापना किया गया है। यहां विघ्नहर्ता को लड्डू का भोग लगाया जाता है। भगवान गणेश के विसर्जन के पहले इस लड्डू की बोली लगाई जाती है जिसको लेने समाज के लोग लाखों रूपए तक की बोली लगाते हैं।
इस वर्ष भी गणेश जी की स्थापना के पश्चात तेलुगु समुदाय के द्वारा भगवान श्री गणेश को बैंड बाजे के साथ मेवे से बना 15 किलो का लड्डू भोग के रूप में चढ़ाया गया है। पिछले वर्ष इस लड्डू का वजन 11 किलो से अधिक था। तेलुगु समुदाय में इस भोग रूपी लड्डू का अपना अलग महत्व है और समुदाय से जुड़ा हर व्यक्ति इसे पाना चाहता है। आपको बता दें कि इस लड्डू की कीमत लाखों रुपए में जाती है। गणेश जी के विसर्जन से एक दिन पहले समुदाय के लोगों के बीच इस भोग प्रसाद के रूप में स्थापित लड्डू की बोली लगाई जाती है।
2 से ढाई लाख रूपए तक लड्डू की बोली लगाए जानें की उम्मीद
समिति के सदस्य लक्ष्मण ने बताया कि पिछले वर्ष लड्डू की बोली 1 लाख 25 हज़ार रूपए लगी थी इस वर्ष 2 से ढाई लाख रूपए तक लड्डू की बोली लगाए जानें की उम्मीद है। गणेश जी के विसर्जन से पहले इस लड्डू को धूमधाम से बोली लगाने वाले के घर पहुंचाया जाता है। तेलुगु समुदाय के लोगों का मानना है कि इस भोग के रूप में भगवान श्री गणेश उनके घर में विराजमान होते हैं।