रूस -भारत का अटूट दोस्ताना :LAC को लेकर हुई बड़ी डील ,जानें किस बात पर दोनों देशों के बीच बनी सहमति ….

दिल्ली। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ बातचीत की। ब्रिक्स राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सम्मेलन से इतर हुई इस बैठक में दोनों देशों के बीच सीमा मुद्दों पर चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शीर्ष अधिकारियों ने भारत-चीन संबंधों को स्थिर और बेहतर बनाने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर लंबित मुद्दों पर भी चर्चा की।

विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि बैठक में दोनों पक्षों को वास्तविक नियंत्रण रेखा एलएसी पर शेष मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने की दिशा में हाल के प्रयासों की समीक्षा करने का अवसर मिला है। इससे द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और पुनर्निर्माण करने के लिए परिस्थितियां बनेंगी। मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष विवादित क्षेत्रों से पूर्ण रूप से पीछे हटने की दिशा में तत्परता से काम करने और अपने प्रयासों को दोगुना करने पर सहमत हुए हैं।

शांति और सम्मान बहुत जरूरी

इस दौरान एनएसए डोभाल ने कहा कि संबंधों को सामान्य बनाने के लिए एलएसी पर शांति और सम्मान बहुत जरूरी है। बयान में आगे कहा गया है कि दोनों पक्षों को दोनों सरकारों के बीच अतीत में हुए प्रासंगिक द्विपक्षीय समझौतों, प्रोटोकॉल और सहमतियों का पूरी तरह पालन करना चाहिए। उन्होंने वैश्विक और क्षेत्रीय मामलों पर भी चर्चा की तथा इस बात पर सहमति व्यक्त की कि भारत-चीन संबंध दोनों देशों और विश्व के लिए महत्वपूर्ण हैं।

राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात

एनएसए अजीत डोभाल ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए सेंट पीटर्सबर्ग आए हुए हैं। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-24 अक्टूबर को रूस के शहर कजान में आयोजित किया जाएगा। मोदी इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं। डोभाल ब्रिक्स के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सम्मेलन के लिए सेंट पीटर्सबर्ग में हैं। इससे पहले गुरुवार को एनएसए डोभाल ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। पुतिन ने भारत-रूस विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के विकास की प्रशंसा की।