कोरबा। राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत सोमवार को कटघोरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत रंजना में सरपंच श्रीमती ममता मरकाम के नेतृत्व और पीरामल फाउंडेशन से वर्षा टोप्पो के सहयोग से किशोरीवाड़ी का उद्घाटन किया गया। जिसमें ग्राम पंचायत के सभी सदस्यों ने उत्साहपूर्वक किशोरियों का स्वागत अभिनंदन किया गया ।

कार्यक्रम में रंगोली बनाकर एवं पवित्र पूजा-अर्चना की गई, जिसमें नारियल तोड़ने की परंपरा निभाई गई। सरपंच द्वारा किशोरियों का आरती फूलों के साथ स्वागत किया गया। छत्तीसगढ़ के राजकीय गीतों के साथ समारोह की शुरुआत हुई।
महिला बाल विकास के पर्यवेक्षक श्रीमती हेमलता पाटिल सेक्टर जवाली, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता व मितानिन के समूह ने किशोरी पोषण दिवस रंगोली के माध्यम से मनाया।
पोषण माह की थीम “पोषण भी पढ़ाई भी” के तहत पोषण आहार का महत्त्व, एनीमिया, किशोरियों के सर्वांगीण विकास और उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं जीवन कौशल को बढ़ावा कैसे मिले की जानकारी दी गई।
किशोरीवाड़ी के माध्यम से किशोरियों को निरंतर उपयोग के लिए स्थान और सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी। इसका लक्ष्य है कि किशोरियों को शिक्षण-सामग्री किट का उपयोग करने के फायदे समझाए जाएं और उनके जीवन में इसका सकारात्मक प्रभाव डाला जा सके। कार्यक्रम के दौरान दो महत्वपूर्ण पोस्टर भी किशोरियों से बनवाये गए , जिनमें किट्स और शिक्षण-सामग्री के लाभों के बारे में जानकारी दी गई।
वर्षा टोप्पो जी जो इस किशोरीवाड़ी की अग्रणी हैं। उन्होंने इसकी स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और इस पहल से किशोरियों पर एक मजबूत और सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
इसके अतिरिक्त, यह घोषणा की गई कि आने वाले दिनों में किशोरीवाड़ी द्वारा “महिला प्रतिभा मेला” का आयोजन किया जाएगा, जिससे गाँव की महिलाओं और किशोरियों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। आयोजन में विशिष्ट अतिथियों के तौर पर सरपंच श्रीमती ममता मरकाम, वार्ड सदस्य बसंती राज, दुर्गा कँवर,बुधवारा कँवर, श्रीमती वर्षा टोप्पो, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती चंद्रिका मरकाम, जानकी राज, संतोषी प्रजापति, सरोज मरकाम, हेमलता कोर्राम, लक्ष्मी नेटी, गिरिजा कवर और राम कुमारी की गरिमामयी उपस्थिति रही। साथ ही मितानिन दीदी श्रीमती मथुरा बाई, रामकुंवर, निर्मला, नीरा, प्रदर्शनी, आरती, विजय लक्ष्मी, द्वारिका, शेलबाई, रूपाबाई और मितानिन ट्रेनर श्रीमती कल्याणी जगत का भी विशेष योगदान रहा।
किशोरीवाड़ी की स्थापना का मुख्य उद्देश्य किशोरियों को उनके जीवन में सही दिशा और अवसर प्रदान करना है। इस पहल से गाँव की किशोरियों का भविष्य उज्जवल बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम उठाया गया है।
