तिरुपति लड्डू विवाद :पूर्व पुजारी ने किया बड़ा दावा,कहा -पहले से ही प्रसाद बनाने वाले घी में बहुत सारी अशुद्धियां थीं …..

घी घटिया क्वालिटी का था ,मैंने अधिकारियों और ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष के सामने रखा लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की

आंध्रप्रदेश। तिरुपति प्रसादम (लड्डू) विवाद का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। तिरुमाला मंदिर के पूर्व पुजारी एवी रमण दीक्षितुलु ने इस पूरे मामले पर कहा है कि प्रसाद यानी लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले गाय के घी में बहुत सारी अशुद्धियां थीं यह घटिया क्वालिटी का था।

रमण दीक्षितुलुन ने कहा, ”मैंने कई साल पहले इस पर ध्यान दिया था। मैंने इसे संबंधित अधिकारियों और ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष के सामने रखा था। लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की। यह मेरे लिए एक अकेले की लड़ाई है, लेकिन अब, नई सरकार (चंद्रबाबू नायडू की सरकार) ने सत्ता संभाली है और उसने सारी गंदगी साफ करने का वादा किया है।”

रमण दीक्षितुलुन बोले- इस तरह के महापाप मंदिर में दोबारा न हों

रमण दीक्षितुलुन ने कहा, ”उन्होंने पहले ही सरकारी डेयरियों से शुद्ध गाय का घी खरीद लिया है और वे अब शुद्ध घी से खाद्य सामग्री तैयार कर रहे हैं। इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि इस तरह के महापाप मंदिर में दोबारा न हों, जो एक पवित्र मंदिर है जिसमें करोड़ों भक्तों की गहरी आस्था और भक्ति है।”

तिरुपति प्रसादम (लड्डू) की लैब रिपोर्ट में क्या सामने आया है?

तिरुपति लड्डू लैब रिपोर्ट के सैंपल में “लार्ड” (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल पाए गए हैं। तिरुपति लड्डू के सैंपल 9 जुलाई 2024 को लिए गए थे और इसकी जांच रिपोर्ट 16 जुलाई को आई थी। लेकिन आंध्र प्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने अब इस रिपोर्ट को सार्वजनिक कर इसके जांच के आदेश दिए हैं।चंद्रबाबू नायडू सरकार ने आरोप लगाया है कि प्रसाद में जानवरों की चर्बी वाला घी और फिश ऑयल मिलाया गया था। हालांकि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने मंदिर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान अब तक जारी नहीं किया है।

क्या होता है बीफ टैलो और लार्ड, जो तिरुपति लड्डू में पाया गया?

बीफ टैलो, जानवरों की चर्बी को धीमी आंच पर पकाया जाता है। जिसके बाद उसमें सिर्फ फैट ही रह जाता है, जो घी जैसा दिखता है। इसका इस्तेमाल खाने के कई चीजों को बनाने में किया जाता है। लार्ड, सुअर की चर्बी से बनाया जाता है। यह भी चिकना होता है, जिसे आसानी से किसी खाने में मिलाया जा सकता है।

फरवरी में रमण दीक्षितुलु को पुजारी के पद से हटाया गया था

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने तिरुमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के मानद मुख्य पुजारी के पद से एवी रमण दीक्षितुलु को फरवरी 2024 को हटा दिया था। टीटीडी बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने 26 फरवरी को बैठक की और पाया कि रमण दीक्षितुलु ने टीटीडी और उसके अधिकारियों, वरिष्ठ और कनिष्ठ पुरोहितों, अर्चकों और पोटू कार्यकर्ताओं के खिलाफ निराधार आरोप लगाकर संस्था की छवि को ‘अपूरणीय क्षति’ पहुंचाई है। जिसके बाद ट्रस्ट बोर्ड ने सर्वसम्मति से रमण दीक्षितुलु को मानद मुख्य पुजारी के पद से हटाने का फैसला किया था।

चंद्रबाबू नायडू के खुलासे पर शुरू हुआ सियासी बवाल

मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के आरोपों के बाद आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने भी इस मुद्दे को लेकर पिछली जगन मोहन रेड्डी की सरकार को घेरा है।
उन्होंने एक्स पर डाली गई अपनी पोस्ट में कहा, ‘तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी का मंदिर हमारा सबसे पवित्र मंदिर है। मैं यह जानकर भौंचक्का हूं कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी प्रशासन ने तिरुपति प्रसादम में घी की जगह जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया

जगन मोहन रेड्डी की पार्टी ने आरोपों को बताया ‘दुर्भावनापूर्ण’

हालांकि, वाईएसआरसीपी ने नायडू के आरोपों को ‘दुर्भावनापूर्ण’ बताते हुए कहा है कि टीडीपी चीफ, ‘निचले स्तर की राजनीति’ पर उतर आए हैं। पार्टी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्बा रेड्डी ने आरोप लगाया है कि ने उन्होंने अपनी टिप्पणियों से पवित्र तिरुमाला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाया है।
उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘तिरुमला प्रसादम के बारे में उनकी टिप्पणियां बड़ी दुर्भावनापूर्ण है। कोई भी व्यक्ति ऐसे शब्द नहीं बोलेगा या आरोप नहीं लगाएगा।’ उधर आंध्र प्रदेश कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष और जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला ने इस मामले की तहकीकात के लिए सीबीआई जांच की मांग की है।

कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग की और चंद्रबाबू पर भी किया पलटवार

उन्होंने प्रेस रिलीज जारी कर कहा, ‘तत्काल एक उच्च-स्तरीय समिति गठित की जाए या सीबीआई जांच बिठाई जाए कि क्या घी की जगह जानवरों की चर्बी इस्तेमाल की गई थी।’ हालांकि, उन्होंने भी नायडू के आरोपों को लेकर कहा कि इससे करोड़ों हिंदुओं की भावना आहत हुई है, जिनके लिए भगवान वेंकटेश्वर पूजनीय देवता हैं।

वीएचपी ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की

इस बीच विश्व हिंदू परिषद ने इसे बहुत ही गंभीर मुद्दा बताते हुए तिरुपति लड्डू में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ सख्त सजा की मांग की है। वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक बयान में कहा, ‘यह बहुत ही गंभीर विषय है, जिसे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की ओर से उठाया गया है। जिसने भी तिरुपति लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी का उपयोग किया है, उसे सजा दें।’