सड़क के लिए सड़क पर उतरे पंडों आदिवासी, कलेक्टर में दिखे भगवान , तस्वीर रख की पूजा अर्चना,विश्वास -वही करेंगे समस्या का समाधान ,12 घण्टे लगा रहा लगा जाम,एसडीएम पहुंचे दिलाया विश्वास ,जल्द होगा समस्या का निदान

कोरबा। जर्जर सड़क से आहत पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक के त्रिखुटी समेत 3 ग्राम पंचायतों के आदिवासियों ने शुक्रवार को सड़क के सड़क पर उतरकर अनूठा प्रदर्शन किया। जिले के मुखिया कलेक्टर को भगवान का दर्जा देते हुए उनकी तस्वीर हाथों में लेकर इस विश्वास के साथ कि वे उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे पूजा अर्चना शुरू कर कटघोरा से पेंड्रा रोड स्टेट हाईवे पर ग्राम बिंझरा के पास चक्काजाम कर दिया। जो 12 घण्टे तक अनवरत जारी रहा। जो एसडीएम के आश्वासन पर खत्म हुआ। एसडीएम के आश्वासन पर माने ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो वे 15 अक्टूबर को और भी बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।

आंदोलनकारियों का कहना था कि इलाके की सड़कों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि बारिश के मौसम में रास्तों से गुजरना बेहद मुश्किल हो जाता है। सड़कों पर गड्ढे और कीचड़ के कारण वाहन दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है, और कई बार लोग चोटिल भी हो चुके हैं।


सिर्फ सड़क ही नहीं, बल्कि बिजली और पानी की समस्या भी ग्रामीणों को लंबे समय से परेशान कर रही है। नियमित बिजली कटौती और पानी की अनुपलब्धता ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से इन समस्याओं का समाधान करने की गुहार लगाई, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने सड़क पर उतरकर अपनी मांगें रखीं।
चक्काजाम होने से सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या में वाहनों की कतार लग गई। कतार में खड़ी बसों के यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा।


12 घंटे बाद चक्काजाम आंदोलन समाप्त हुआ। पंडो जनजाति के लोग देर शाम एसडीएम तुलाराम भारद्वाज के आश्वासन के बाद माने। जल्द ही समस्या का निराकरण करने का भरोसा दिया तब जाकर आंदोलन खत्म किया और जाम में फंसे यात्री बस और चार पहिया वाहनों के सवार महिला, बच्चे और परिजनों ने काफी परेशानी के बाद राहत महसूस की।
इस दौरान पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।बता दें कि इससे पहले पोड़ी उपरोड़ा के तहसीलदार द्वारा लिखित में ग्रामीणों को 15 दिनों का समय देते बताया गया था कि मौजूदा समस्याओं को जल्द ही दूर किया जाएगा लेकिन ग्रामीण एसडीएम की अनुपस्थिति से नाराज होकर चक्काजाम पर बैठे रहे।

कलेक्टर की फ़ोटो की पूजा कर कहा-यही हमारे भगवान, सुनेंगे गुहार

धरना प्रदर्शन में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जहाँ पंडो व बिरहोर ग्रामीण महिलाओं ने कलेक्टर अजीत वसन्त की तस्वीर की पूजा करते हुए मांग पूरी करने के लिए गुहार लगाने लगीं। ग्रामीणों ने कहा कि कलेक्टर हमारे भगवान हैं और वही हमारी समस्या को दूर कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि हमारी तीन पीढ़ियां गुजर गई लेकिन समस्याएं यथावत बनी हुई है।
ग्रामीणों की मांगों पर पोड़ी उपरोड़ा तहसीलदार विनय देवांगन ने आश्वासन दिया कि 15 दिनों के भीतर उनकी मांगें पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सड़क की मरम्मत की जाएगी, बिजली की समस्या दूर की जाएगी, और रेलवे द्वारा अंडरब्रिज निर्माण में बनाए जाने वाले सड़क की जर्जर हालात को दुरस्त किया जाएगा।
बाद में एसडीएम टी आर भारद्वाज के आश्वासन पर माने ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो वे 15 अक्टूबर को और भी बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।

एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद सुलझा मामला

जब ग्रामीणों का आंदोलन 12 घंटे तक चला और स्थिति बिगड़ने लगी, तब एसडीएम तुलाराम भारद्वाज ने मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारियों से बातचीत की। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान से सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। एसडीएम ने कहा कि सोमवार से सड़क के जीर्णोद्धार का काम शुरू कर दिया जाएगा, और बिजली व पानी की समस्या को भी प्राथमिकता से सुलझाया जाएगा।
इस आश्वासन के बाद आंदोलनकारी शांत हो गए और धरना समाप्त कर दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि अब उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान हो जाएगा। एसडीएम ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में प्रशासन नियमित रूप से ग्रामीणों की समस्याओं की समीक्षा करेगा, ताकि कोई भी समस्या लम्बे समय तक न बनी रहे।