तिरुपति लड्डू विवाद में बड़ा खुलासा : जिसे टेंडर मिला ,उसने घी बनाया ही नहीं ,3 कंपनियों ने मिलकर किया घालमेल …

आंध्रप्रदेश । इस साल जून और जुलाई में लड्डू प्रसादम बनाने के लिए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) पहुंचे मिलावटी घी के आठ टैंकर तमिलनाडु के उस एआर. डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड में नहीं बने थे, जिसे आपूर्ति का ठेका दिया गया था।ई-इनवायस, ई-वे बिल और टैंकर परिवहन दस्तावेज के आधार पर आंध्र प्रदेश के वाणिज्यिक कर विभाग ने पाया कि सभी आठ वाहन वैष्णवी डेयरी स्पेशलिटी प्राइवेट लिमिटेड, तिरुपति से निकले थे और टीटीडी तक आए थे। यह टेंडर की शर्तों का उल्लंघन था, क्योंकि घी के व्यापार की अनुमति नहीं थी।वैष्णवी डेयरी ने भी यह घी नहीं बनाया था।

इसे उत्तराखंड के भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड से खरीदा गया था। दस्तावेज के अनुसार, भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी ने वैष्णवी डेयरी को घी बेचे। वैष्णवी ने कथित तौर पर घी में मिलावट की और इसे एआर डेयरी को आपूर्ति की। एआर डेयरी ने वही घी टीटीडी को &19 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आपूर्ति की।
चार टैंकरों से एकत्रित नमूनों की जांच में घी में पशु चर्बी होने का पता चलने के बाद, टीटीडी ने टैंकरों को वापस भेज दिया और एआर डेयरी को ब्लैक लिस्ट में डालने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया। दस्तावेज के अनुसार वैष्णवी डेयरी ने भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी मिल्क प्राइवेट लिमिटेड से जून 2024 में 412 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से 19,500 किलोग्राम घी, 40& रुपये की दर से 29,000 किलोग्राम घी और &1&.60 रुपये की दर से 1,58,500 किलोग्राम घी खरीदा। उसने उसी कंपनी से जुलाई 2024 में 40& रुपये प्रति किलोग्राम की दर से 64,000 किलोग्राम घी और 412 रुपये की दर से 19,500 किलोग्राम घी खरीदा था। वैष्णवी डेयरी ने ए.आर. डेयरी को जून 2024 के दौरान &15 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से 16,700 किलोग्राम घी, &16.60 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से &4,265 किलोग्राम घी और जुलाई 2024 में &&4.&9 रुपये की दर से 16,7&0 किलोग्राम घी और &16.60 रुपये की दर से 69,500 किलोग्राम की आपूर्ति की।आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कहा कि भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं ने लड्डू प्रसादम की गुणवत्ता पर संतोष जताया है। टीटीडी द्वारा स्थापित वकुलामथा केंद्रीकृत रसोईघर के उद्घाटन के बाद नायडू ने कहा कि लड्डू प्रसादम बनाने के लिए प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता की जांच के लिए प्रयोगशालाएं बनाने के साथ ही यदि आवश्यक हो तो टीटीडी तिरुमाला में पूरी प्रक्रिया पर सुझाव लेने के लिए आईआईटी, तिरुपति से भी परामर्श कर सकता है।
मुख्यमंत्री की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हाल ही में उन्होंने और टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी ने पिछली वाईएसआर कांग्रेस सरकार के दौरान लड्डू प्रसादम में मिलावटी घी का इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाया था। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस. जगन मोहन रेड्डी ने आरोप को खारिज कर दिया था। मंदिर प्रबंधन की ओर से कहा गया कि नायडू ने वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के प्रबंधक टीटीडी के वरिष्ठ अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रसाद बनाने में केवल सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली सामग्री का ही उपयोग किया जाए।