टूटा रिकार्ड, लक्ष्य से 10 फीसदी अधिक आया धान ,किसानों ने दिखाया उत्साह

41 समितियों के 49 उपार्जन केंद्रों से 13 लाख 52 हजार 710 क्विंटल धान की हुई खरीदी,252 करोड़ का हुआ भुगतान

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा(भुवनेश्वर महतो ) । कोरोना संक्रमणकाल के बीच खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य पूर्ण हो चुका है । रकबा बढ़ने के साथ ही साथ पहली बार जिले में रिकार्ड किसानों से रिकार्ड धान की आवक हुई । जिले के 41 समितियों के 49 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से जिले में केंद्र सरकार द्वारा तय समर्थन मूल्य पर 29 हजार 950 किसानों ने 13 लाख 52 हजार 710 क्विंटल धान बेचा। जिसके एवज में किसानों को मोटा ,स्वर्णा एवं पतला धान के लिए तय समर्थन मूल्य के आधार पर 252 करोड़ 73 लाख 13 हजार 792 रुपए का भुगतान सहकारी बैंकों की शाखाओं के माध्यम से किया जा रहा है । गत वर्ष 23 हजार 832 किसानों ने समर्थन मूल्य पर 9 लाख 88 हजार 600 क्विंटल धान बेचा था । इस तरह इस साल तकरीबन 26 फीसदी अधिक किसानों ने 12 लाख 22 हजार क्विंटल के लक्ष्य को पार करते हुए 10 फीसदी अधिक धान बेचा ।

यहाँ बताना होगा कि प्रदेश में 1 दिसंबर से 31 जनवरी तक समर्थन मूल्य के आधार पर धान खरीदी की गई । राज्य शासन ने भी केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य धान खरीदी की । मोटा स्वर्णा के लिए 1868 रुपए तो पतला धान के लिए 1888 रुपए समर्थन मूल्य तय किया गया था । इसी दर पर पूरे प्रदेश में धान खरीदी की गई । जिले में इस साल 12 लाख 22 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था। तय मियाद में 41 समितियों के 49 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से कुल पंजीकृत 32 हजार 591 किसानों में से 29 हजार 950 किसानों ने धान बेचा । जिसके एवज में किसानों को जिले के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के 6 शाखाओं के माध्यम से 252 करोड़ 73 लाख 13 हजार रुपए का उनके बैंक खातों में भुगतान किया जा रहा है। इस साल धान खरीदी के सारे रिकार्ड टूट गए। गत वर्ष जहाँ 23 हजार 832 किसानों से 9 लाख 88 हजार 600 क्विंटल धान की खरीदी हुई थी ,वहीं इस साल 29 हजार 950 किसानों से 13 लाख 52 हजार 710 क्विंटल धान की खरीदी हुई है । इस तरह न केवल धान बेचने वाले किसानों की संख्या 6 हजार 118 (तकरीबन 26 फीसदी) बढ़ गई ,वरन 3 लाख 64 हजार 110 क्विंटल (करीब 37 फीसदी ) अधिक धान की आवक हुई है । बात करें लक्ष्य की तो इस साल 12 लाख 22 हजार क्विंटल धान खरीदी के लक्ष्य को भी जिला लांघ गया । जिले में लक्ष्य से 1 लाख 30 हजार 710 क्विंटल (करीब 10 फीसदी )अधिक धान की आवक हुई ।

नवापारा रहा सिरमौर

धान खरीदी के मामले में जिला सहकारी बैंक बरपाली शाखा का समिति नवापारा सिरमौर रहा। नवापारा में कुल एक हजार 111 किसानों से 80 हजार 906 क्विंटल धान की खरीदी हुई है । अंतिम पायदान पर हरदीबाजार रहा । जहाँ 197 किसानों से 5 हजार 269 क्विंटल धान की आवक हुई है।

2641 किसानों ने नहीं बेचा धान

जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए कुल 32 हजार 591 किसान पंजीकृत थे । पंजीकृत किसानों का कुल रकबा 49 हजार 378.79 क्विंटल था। इन किसानों में से 29 हजार 950 किसानों का कुल रकबा 46 हजार 717.21 हेक्टेयर में से 36 हजार 559.73 हेक्टेयर रकबे के धान की खरीदी हुई है । इस तरह देखा जाए तो धान बेचने वाले किसानों के 10 हजार 157.48 हेक्टेयर करीब 22 फीसदी रकबे के धान की खरीदी नहीं हुई । नहीं तो धान खरीदी ये आंकड़े कुछ और होते । जिले में 15 लाख क्विंटल से अधिक धान की आवक होती। हालांकि पंजीयन के बाद भी एक बार भी धान बेचने नहीं आने वाले किसानों में ज्यादातर कर्जदार किसान है ,जिन्होंने कर्ज की अदायगी से बचने लिंकिंग व्यवस्था के तहत धान नहीं बेचा । इसके अलावा सीमांत किसान भी पीछे हट गए।

अब उठाव की चुनोती,45 करोड़ का धान जाम

निश्चित तौर पर धान खरीदी का कार्य पूरा हो चुका है ,लेकिन जिले में अभी भी 18 फीसदी धान का उपार्जन केंद्रों से उठाव बाकी है । अभी भी उपार्जन केंद्रों में 2 लाख 43 हजार 371 क्विंटल धान शेष पड़ा है । समर्थन मूल्य के आधार पर इसकी कीमत 45 करोड़ 46 लाख 17 हजार रुपए से अधिक की है । नवापारा ,उतरदा ,तुमान ,पाली ,भैसमा एवं उपार्जन केंद्र रामपुर में 10 हजार क्विंटल से अधिक धान जाम है ।

85 करोड़ न्याय योजना के तहत बंटेगा बोनस

केंद्र शासन द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने के बाद राज्य शासन अपने वादे के अनुरूप 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान का वादा इस साल भी राजीव न्याय योजना के तहत पूरा करेगी। जैसे मोटा,स्वर्णा धान 1868 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा गया है तो 2500 रुपए तक प्रति क्विंटल धान खरीदी का वादा पूरा करने प्रति क्विंटल 632 रुपए राजीव न्याय योजना के तहत किसानों के खाते में पृथक से भुगतान करेगी।इस तरह जिले में 85 करोड़ 44 लाख 61 हजार 208 रुपए की राशि न्याय योजना के बोनस के तौर पर किसानों के खाते में डाली जाएगी। हालांकि गत खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में खरीदे गए धान के एवज में प्रदान किए जाने 685 रुपए बोनस की चौथी किश्त अब तक किसानों को अप्राप्त है । गत वर्ष कुल 42 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 23 हजार 832 किसानों ने 9 लाख 88 हजार 600 क्विंटल धान बेचा था । जिसके तहत प्रति क्विंटल 685 रुपए की दर से कुल 67 करोड़ 71 लाख 91 हजार की राशि 23 हजार 832 किसानों के खाते में जारी करना था ।171.25 रुपए प्रति क्विंटल की दर से प्रत्येक किश्त में कुल किसानों के खाते में 16 करोड़ 92 लाख 97 हजार 750 रुपए का भुगतान किया जाना था । लेकिन साल बीत गया ,नया खरीफ विपणन वर्ष 2020 -21 की धान खरीदी अभियान भी समाप्त हो गई । लेकिन किसानों को न्याय की चौथी क़िस्त का अब तक इंतजार है ।

कब कब डली न्याय की राशि एक नजर में

पहली किश्त – 21 मई 2020 ( पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्य तिथि)

दूसरी किश्त – 20 अगस्त 2020 ( पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती )

तीसरी किश्त – 1 नवंबर 2020 ( राज्य स्थापना दिवस )

फैक्ट फाईल धान खरीदी ,खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 ( कोरबा जिला )

लक्ष्य – 12 ,22,000 क्विंटल

पंजीकृत किसान – 32 ,591

समिति – 41

उपार्जन केंद्र -49

नई समिति – 14

नए उपार्जन केंद्र – 7

नए किसान – 5,746

पंजीकृत रकबा – 49 हजार 378.79 हेक्टेयर

पतला धान – 1888 रुपए

मोटा,स्वर्णा – 1868 रुपए

मक्का – 1850 रुपए

समर्थन मूल्य पर कुल धान खरीदी – 13,52,710.00 क्विंटल

कुल भुगतान योग्य राशि -252,73,13,792.00

लक्ष्य से अधिक प्राप्ति धान -1,30,710 क्विंटल

कुल धान बेचने वाले किसान -29,950

गत वर्ष की तुलना धान बेचने वाले बढ़े किसान – 6118

कुल धान बिक्री रकबा -36,559 हेक्टेयर

वर्जन

किसानों नेे दिखाया उत्साह

धान खरीदी का कार्य जिले में शांतिपूर्ण ,पारदर्शितातापूर्ण ढंग से संपन्न हो गई है । गत वर्ष की तुलना करीब 37 फीसदी अधिक धान की खरीदी हुई है । किसानों ने बढ़ चढ़कर धान खरीदी कर अभियान को सफल बनाया। किसानों को प्राथमिकता से बैंक के माध्यम से धान खरीदी का भुगतान किया जा रहा है । जल्द ही शेष धान उठाव के निर्देश दिए गए हैं ।

किरण कौशल, कलेक्टर