कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ऑन-ड्यूटी ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में ट्रायल सोमवार से शुरू हो गया। मुख्य आरोपी संजय रॉय को कोलकाता की अदालत में पेश किया गया।
अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिर्बान दास की अदालत मामले की सुनवाई कर रही है। आरोपी संजय रॉय ने साजिशकर्ता के तौर पर कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल और स्पेशल डिप्टी कमिश्नर (डिटेक्टिव डिपार्टमेंट) का नाम लिया है। यह घटना 9 अगस्त को सामने आई थी, जब पीजी सेकेंड ईयर की महिला स्टूडेंट आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में मृत मिली थी।
आरजी कर मामले में पहले दिन की सुनवाई पूरी होने के बाद जब संजय रॉय को कोर्ट से वापस जेल ले जाया जा रहा था उसी दौरान उसने चिल्लाकर कहा, ‘उन्होंने मुझे फंसाया है, मुझे बोलने तक नहीं दिया। वे बड़े अधिकारी हैं। मैं उनका नाम लूंगा। विनीत गोयल और स्पेशल डीसी ने साजिश रची और मुझे फंसाया। उन्होंने मामले की शुरुआती जांच की और मुझे फंसा दिया। रॉय पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 (बलात्कार), धारा 66 (मौत का कारण बनने) और 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
संजय रॉय को कोलकाता पुलिस ने 10 अगस्त को आरजी कर अस्पताल के सेमिनार रूम के अंदर ऑन-ड्यूटी महिला डॉक्टर का शव मिलने के एक दिन बाद गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज में रॉय को घटना से पहले अस्पताल में और सेमिनार रूम के बाहर देखा गया। वह अस्पताल के उन एरिया में भी घूम रहा था, जहां बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित है। पुलिस को क्राइम सीन पर एक ब्लूटूथ ईयरपीस गिरा मिला था, जबकि उसका दूसरा पेयर संजय रॉय के पास मिला था। इसी आधार पर पुलिस ने निष्कर्ष निकाला कि इस रेप और हत्या के पीछे संजय रॉय है। बाद में, कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की। इस घटना के बाद पूरे पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया और देश भर के डॉक्टरों ने कोलकाता में प्रदर्शनरत जूनियर डॉक्टरों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की। 2 नवंबर को पश्चिम बंगाल की सियालदह कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में रेप और हत्या मामले में संजय रॉय के खिलाफ आरोप तय किए और ट्रायल 11 नवंबर से शुरू हो चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस केस का ट्रायल फास्ट-ट्रैक कोर्ट में दिन-प्रतिदिन के आधार पर होगा।