जांजगीर चाम्पा। फ्लोरमैक्स कंपनी ने ग्रामीण क्षेत्र की हजारों महिलाओं से धोखाधड़ी कर सवा सौ करोड़ रुपए से अधिक हड़प लिए उसके डायरेक्ट समेत 10 हिरासत में है लेकिन इस ठगी से पीड़ित लोगों का जीना दुश्वार हो गया है ।
लाखों के कर्ज के तले दबी महिलाएं किश्त चुकाने के टेंशन और मानसिक दबाव के चलते जिंदगी की इहलीला समाप्त करने जैसी घातक कदम उठा रही हैं । जहां चार दिन पहले कोरबा में महिला एजेंट की फांसी से मौत हुई तो वहीं अब जांजगीर जिले में फ्लोरा मैक्स कंपनी में एजेंट के रूप में कार्यरत संतोष साहू ने आर्थिक और मानसिक दबाव के चलते कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या कर ली है। संतोष साहू को तत्काल बीडीएम हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
क्या है मामला?
संतोष साहू, ग्राम दारंग के निवासी थे और उनकी पत्नी नीरा साहू के साथ फ्लोरा मैक्स कंपनी में एजेंट के रूप में काम करते थे। कंपनी ने आसपास के क्षेत्रों की हजारों महिलाओं से 30-30 हजार रुपए लेकर निवेश के नाम पर धोखाधड़ी की। इसके बाद कंपनी के डायरेक्टर और कर्मचारी ऑफिस बंद कर फरार हो गए।
कंपनी के गायब होने के बाद महिलाओं ने एजेंट संतोष और उनकी पत्नी से पैसे वापस करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। लगातार हो रहे इस दबाव और आर्थिक तंगी के चलते संतोष ने यह कदम उठाया। जहर पीने के बाद संतोष को गंभीर हालत में बीडीएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय स्तर पर कंपनी की धोखाधड़ी और इसके चलते हुई घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है। पुलिस मृतक के परिवार और स्थानीय निवासियों से बयान लेकर आगे की कार्रवाई में जुटी है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद फ्लोरा मैक्स कंपनी के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। पीड़ित महिलाओं ने कंपनी के भागने की साजिश और जिम्मेदार अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। यह घटना निवेश के नाम पर हो रही धोखाधड़ी और उससे जुड़े मानसिक दबाव को उजागर करती है।